अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश ईरान द्वारा रची गई थी। इसके लिए शूटर हायर किए थे, जिन्हें 7 दिन में डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करनी थी।  अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार (स्थानीय समय) डोनाल्ड ट्रंप की हत्या का प्रयास करने वाले शूटर के खिलाफ आरोप दायर किए। जिसमें  आरोप लगाया गया है कि ईरान द्वारा पेनसिल्वेनिया में नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची गई थी। चुनावी रैली के दौराना ट्रंप पर गोली चलाई गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे।

आरोप पत्र में कहा गया है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एक एजेंट ने एक अफगान नागरिक फरहाद शकेरी (51) को अक्टूबर में प्लान बनाने का निर्देश दिया था.  रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है.

अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा कि बहुत कम देश हैं, जो ईरान की तरह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं।  न्याय विभाग ने एक ऐसे शख्स के खिलाफ आरोप दायर किया है, जिसे ईरान ने अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए भेजा था।  रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की मदद से इसे अंजाम तक पहुंचाने का लक्ष्य था। इनके टारगेट में नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप थे.

 न्यूयॉर्क शहर के निवासी कार्लिसेल रिवेरा (49) और जोनाथन लोडहोल्ट (36) ने शकेरी के साथ मिलकर अमेरिका स्थित एक पत्रकार की हत्या की साजिश रची थी। जो ईरान का मुखर आलोचक था। उस समय शकेरी ईरान में रह रहा था।  रिवेरा और लोडहोल्ट ने पत्रकार का पीछा किया और उसे महीनों तक अपडेट किया।

एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि दायर आरोप पत्र ये दर्शाता है कि ईरान अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने का निरंतर प्रयास करता रहा है।  न्यूयॉर्क के एक जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ने कहा कि ईरान सरकार के इशारे पर अमेरिकी धरती ट्रंप सहित अन्य लोगों को निशाना बनाने के प्रयासों को रोकना होगा।

सूत्रों के अनुसार, बयान के अनुसार ईरान इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) कुद्स फोर्स (आईआरजीसी-क्यूएफ) के तत्कालीन कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों को निशाना बना रहा है। कासिम सुलेमानी की 2020 जनवरी में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी।

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