Greater Noida: विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसको लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जमकर हंगामा हुआ था और राजनीति भी हुई थी। तब से किसान लुक्सर जेल में बंद हैं। हालांकि बहुत किसानों को जमानत मिल गई है। अब जमानत पाए 29 किसान की गुरुवार को लुक्सर जेल से रिहाई हो गई है।

25 नवंबर से शुरू की थी महापंचायत
गौरतलब है कि 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, बढ़ा हुआ 64.7 प्रतिशत मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग को लेकर किसानों ने 25 नवंबर से महापंचायत शुरू की है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हजारों किसान इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे। किसानों ने पहले ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर दो दिनों तक डेरा डाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद यमुना विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया था। शासन-प्रशासन से वार्ता विफल होने के बाद 2 दिसंबर को दिल्ली कूच के लिए निकले थे। पुलिस ने दिल्ली जाने से रोकते हुए हुए मुख्य सचिव से बात कराने का आश्वासन दिया था। इसके बाद किसान दलित प्रेरणा स्थल में धरने पर बैठ गए थे। लेकिन अगले दिन पुलिस ने 129 किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद बुधवार को किसानों ने ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर महापंचायत करने पहुंचे थे। यहां से भी बड़ी संख्या में किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

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