मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द किए जाने के बाद एसटीएफ एक्शन में है और लगातार आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है। अलग-अलग जिलों से यूपी पुलिस की परीक्षा में सेंध लगाने वालों को दबोचा जा रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर एसटीएफ ने मुजफ्फरनगर से प्रवीण उर्फ मिंटू बालियान को गिरफ्तार किया है। प्रवीण पर यूपी पुलिस की सिपाही परीक्षा में पेपर आउट करने का आरोप है। आरोपी से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि प्रवीण उर्फ मिंटू बालियान भारतीय सेना से रिटायर्ड है और रिटायरमेंट के बाद भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह का हिस्सा बन गया।

कपिल तोमर गिरोह से जुड़े होने की बात आई सामने

एसटीएफ की लगातार धरपकड़ में जहां गुरुवार को पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का वांछित कपिल तोमर गाजियाबाद से गिरफ्तार हुआ था। वहीं लगातार दूसरे दिन एसटीएफ की गिरफ्त में आए प्रवीण उर्फ मिंटू बालियान की भी कपिल तोमर के गिरोह से जुड़े होने की बात सामने आई है। अधिकारियों के मुताबिक प्रवीण 2024 की केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल परीक्षा का पेपर भी लीक कर चुका है। एसटीएफ ने आरोपी के पास से सशस्त्र पुलिस बल परीक्षा के 9 एडमिट कार्ड और यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती से संबंधित प्रश्न पत्र भी बरामद किए हैं।

17 और 18 फरवरी को हुई थी पुलिस भर्ती परीक्षा

17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस के लिए 75 जिलों में सिपाही भर्ती की परीक्षा आयोजित हुई थी। जिसमें 60 हजार पदों के लिए परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाकर हंगामा काटा और कई दिनों तक परीक्षा रद्द करने की मांग के लिए अभ्यर्थी आंदोलन पर डटे रहे। जिस पर विपक्ष ने भी पेपर लीक मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सिपाही भर्ती अभ्यर्थियों और विपक्ष का बढ़ता दबाव देख मुख्यमंत्री योगी ने परीक्षा को रद्द करने की घोषणा कर दी। साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा आगामी छह महीनों में दोबारा लेने का आश्वासन दिया था। सीएम ने सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक की जांच एसटीएफ को सौंपी थी।  

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