नोएडा के सेक्टर 58 थाना पुलिस ने पुलिस ने प्राधिकरण के 200 करोड़ के FD फ्रॉड मामले में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने फ्रॉड करने वाले मास्टरमाइंड मन्नू भोला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस ने दिल्ली के कबीर पैलेस होटल से मन्नू भोला को उसके साथी सहित गिरफ्तार किया है. भोला ने फर्जी दस्तावेज़ और नोएडा विकास प्राधिकरण की एफडी बनाकर बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी खाता खोला और 3.9 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर लिए थे. मुख्य आरोपी मन्नू भोला मर्चेंट नेवी में भी नौकरी कर चुका है. वहीं पुलिस ने मन्नू भोला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
मास्टरमाइंड मन्नू भोला को मिले 50 लाख रुपये
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में मन्नू भोला और त्रिदिव ने बताया कि उन्होंने और उनके साथियों ने मिलकर 200 करोड़ रुपए की फर्जी एफडी तैयार की थी. उनका मकसद इस रकम को दूसरे खातों में ट्रांसफर करना था. 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए लेकिन बैंक ने 9 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन को फ्रीज कर दिया. इस धोखाधड़ी से मन्नू को करीब 50 लाख रुपये मिले. बाकी रकम अन्य साथियों ने बांट ली. पूरी धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज त्रिदिव दास ने तैयार किए थे. दस्तावेज इतने असली लग रहे थे कि बैंक और अथॉरिटी के के अधिकारी भी धोखा खा गए. इसके अलावा फर्जी मेल आईडी का भी इस्तेमाल किया गया. जिसके जरिए बैंक और अथॉरिटी के बीच संवाद हुआ. बता दें कि मन्नू भोला और उसके साथियों ने दो साल पहले रांची, गोरखपुर और गुवाहाटी में भी सरकारी विभागों की एफडी में धोखाधड़ी करने का प्रयास किया था, लेकिन वहां वे सफल नहीं हुए.
मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है मास्टरमाइंड मन्नू भोला
डीसीपी शक्ति मोहन ने बताया कि मन्नू भोला पहले मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है. उसके खिलाफ पश्चिम बंगाल में भी मामले दर्ज हैं. हवाला कारोबार में उसके गहरे संबंध हैं और लेनदेन करने का अधिकार उसे ही था. उसके चार बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. पुलिस ने मन्नू भोला के पास से 14 डेबिट और क्रेडिट कार्ड बरामद किए हैं. इसके अलावा असम के सरकारी विभागों से जुड़े 115 अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.