उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (UPPSC) को लेकर गुरुवार को बड़ा फैसला किया है। उन्होंने छात्रों की मांग को मानते हुए परीक्षा को एक शिफ्ट में किया है।

सीएम योगी में मानी छात्रों की बात

सीएम योगी ने गुरुवार को UPPSC के छात्रों की मांगों को स्वीकार करते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है। अब UPPSC प्री परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। प्रयागराज में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के चलते बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच यह फैसला लिया गया है। वहीं, समीक्षा अधिकारी की परीक्षा को लेकर अभी आगे निर्णय लिया जाना बाकी है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी ने छात्रों की मांगों को गंभीरता से लिया और आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित करके समन्वय बनाते हुए आवश्यक निर्णय ले।

जानिए छात्र क्यों कर रहे थे विरोध

आयोग ने समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षाओं के लिए एक समिति बनाने का फैसला किया है। यह समिति तय करेगी कि इन पदों के लिए भर्ती परीक्षा को किस प्रकार आयोजित किया जा सकता है। सभी पहलुओं का अध्ययन करने के बाद समिति जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। छात्र आयोग की पहले की उस घोषणा का विरोध कर रहे हैं, जिसमें बताया गया था कि दो पदों की परीक्षाएं दो दिनों में दो शिफ्टों में आयोजित की जाएंगी। छात्रों की मांग है कि परीक्षा ‘एक दिन, एक शिफ्ट’ में ही हो, क्योंकि उन्हें आशंका है कि कई तारीखों और शिफ्टों में परीक्षा कराने से पेपर लीक होने की संभावना बढ़ सकती है।

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आयोग ने पहले साफ किया था कि शिफ्टों में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय आवेदकों के हित में है और परीक्षा की निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि केवल उन्हीं केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी, जहां अनियमितताओं की गुंजाइश नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा केंद्र के रूप में केवल वे सरकारी या वित्तीय सहायता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान चुने जा रहे हैं, जिनका कोई संदिग्ध रिकॉर्ड या ब्लैकलिस्टिंग का इतिहास नहीं है। यही कारण है कि आयोग ने शिफ्टों में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया।

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