कहते हैं लोगों की आलोचनाओं का जवाब अपने हुनर से देना चाहिए, शब्दों से नहीं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है ईशान किशन ने. ईशान ने आज अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से आलोचकों के मुंह पर ताला जड़ दिया है. टीम इंडिया से जिस ईशान किशन को बाहर कर दिया गया था और बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट छीन लिया था. उसी ईशान किशन ने अपने बल्ले से आलोचकों को जोरदार जवाब दिया है. तमिलनाडु में चल रहे बुची बाबू टूर्नामेंट के पहले ही मैच में ईशान ने धमाकेदार सेंचुरी ठोक दी. बाएं हाथ का ये बल्लेबाज झारखंड की कप्तानी कर रहा है और छठे नंबर पर उतरते हुए उन्होंने लगभग 120 के स्ट्राइक रेट से सेंचुरी जड़ दी.गजब बात तो ये है कि ईशान ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 10 छक्के जड़े हैं.
ईशान ने शतक के 71 फीसदी रन छक्के-चौके जड़कर बनाए
ईशान छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने आते ही गेंदबाजों की लाइन और लेंग्थ बिगाड़ कर रख दी.ईशान ने मध्य प्रदेश के हर गेंदबाज को जमकर पीटा. इस खिलाड़ी ने रामवीर गुर्जर, अधीर प्रताप सिंह और आकाश राजावत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बटोरे. इन तीनों गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने 8 छक्के लगाए. इसके अलावा एक छक्का उन्होंने पारुष मंडल की गेंद पर लगाया. ईशान की पारी कितनी बेहतरीन रही इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा लीजिए कि ईशान ने अपने शतक के 71 फीसदी रन छक्के-चौके जड़कर ही बनाए हैं. इस दौरान ईशान किशान ने मध्य प्रदेश के खिलाफ झारखण्ड को बढ़त दिलाते हुए 105 गेंदों पर 114 रन बनाए.
पिछले साल दिसंबर से ही टीम इंडिया से बाहर हैं ईशान
ईशान किशन पिछले साल दिसंबर से ही टीम इंडिया से बाहर हैं. वो साउथ अफ्रीका दौरा बीच में ही छोड़कर लौट आए थे. इसके बाद आईपीएल से पहले वो इसलिए विवादों में आ गए क्योंकि उन्होंने एनसीए की बजाए हार्दिक पंड्या के साथ वडोदरा में ट्रेनिंग की. ईशान ने इसके बाद आईपीएल में मिलाजुला प्रदर्शन किया. ईशान को टी20 वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया. कहा गया कि ईशान तभी टीम इंडिया में लौट पाएंगे जब वो घरेलू क्रिकेट खेलेंगे. अब ईशान ने बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने का फैसला किया और इस दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करके टीम इंडिया में वापसी की दस्तक दे दी है.