साइबर ठगी के मामले आए दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. ठग लोगों को लालच देकर या डरा धमका कर अपना शिकार बना लेते हैं. ऐसा ही एक मामला नोएडा के दुजाना गांव से सामने आया है. जहां पेशे से प्रॉपर्टी डीलर युवक को ठगों ने स्टॉक मार्केट और आईपीओ में निवेश का झांसा देकर अपना शिकार बना लिया. पीड़ित को इस ठगी का एहसास तब हुआ जब उसने ठगों से अपने रुपये मांगे तो ठग 10 लाख रुपये के सेवा शुल्क की मांग करने लगे. जिसके बाद पीड़ित ने एनसीआरपीसी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई. फिलहाल साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस रुपये ट्रांसफर हुए खातों के आधार पर अपराधियों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है.
जालसाजों ने अलग-अलग खातों में 34 लाख रुपये कराए ट्रांसफर
दुजाना गांव निवासी आशीष शर्मा प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 7 अप्रैल को फेसबुक आईडी के माध्यम से कोरे रेडियंस क्लब 64 के नाम से बने एक वॉट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया. राजीव शर्मा नाम का व्यक्ति ग्रुप का मेंटर था. ग्रुप में दिन भर कोई न कोई व्यक्ति स्टॉक मार्केट और आईपीओ में निवेश कर मुनाफा कमाने का स्क्रीन शॉट डालता रहता था. आशीष को जालसाजों ने लगभग एक महीने तक स्टॉक मार्केट में मुनाफा कमाने का फर्जी ट्रेनिंग दी. 13 दिन बाद उन्होंने अमेरिका एक कंपनी का आईपीओ में निवेश किया. वहां से एक महिला आशीष से संपर्क कर वॉट्सएप पर जानकारी देने लगी. महिला ने कहा हमारी कंपनी सेबी और आरबीआई के निर्देशानुसार काम करती है. कंपनी के सारे खातों की देखरेख आरबीआई खुद करती है. इससे आपको कभी संदेह लगे तो मुझसे संपर्क करिएगा. इन बातों के झांसे में आकर आशीष ने विभिन्न खातों में 34 लाख 51 हजार 330 रुपये जालसाजों को ट्रांसफर कर दिए।
लोन लेकर किया स्टॉक मार्केट में निवेश
अपराधियों ने पीड़ित से केनरा बैंक खाते में चार बार और एसबीआई के खाते में दो बार में रकम ट्रांसफर कराई. केनरा बैंक में कमल एंटरप्राइजेज के नाम से खाता खुला हुआ है. जबकि उपदेश कंस्ट्रक्शन के नाम से एसबीआई खाता की जानकारी हुई है. आशीष ने लालच में आकर अपने दोस्तों से उधार और बैंक से लोन लेकर स्टॉक मार्केट में निवेश किया था. वहीं अपनी पत्नी के खाते से पांच लाख रुपये भी लगा दिए थे. दोबारा जालसाज 10 लाख रुपये सेवा शुल्क की मांग करने लगे तो उन्हें ठगी होने की जानकारी हुई. पुलिस अपराधियों की लोकेशन निकालने की प्रयास कर रही है.