Greater Noida: गौतमबुद्ध जिले के युवा छात्र और छात्राएं नशे के जाल में फंस रहे हैं। हाल ही में पुलिस की टीम ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में छापेमारी कर नशे के बड़े नेक्सेस का खुलासा किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के दौरे के दौरान इस गंभीर मुद्दे पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधों से भी बात की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीएम मनीष कुमार वर्मा को जिले में रिहैबिलिटेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए। नाउ नोएडा से बात करते हुए डीएम मनीष कुमार ने बताया कि जिले में डी-एडिक्शन सेंटर बनाने के प्रयास तेजी से किये जा रहे हैं।

कब-तक बनेगा रिहैबिलिटेशन सेंटर

नाउ नोएडा से बातचीत में डीएम मनीष कुमार ने बताया कि रिहैबिलिटेशन सेंटर बनाने के प्रयास तेजी से किये जा रहे हैं। इसके लिए दिल्ली की कुछ स्पेशलाइज एजेंसियों से बातचीत की जा रही है। इसके अलावा जिले में स्थान चिन्हित करने के प्रयास भी तेजी से हो रहा है। डीएम मनीष कुमार ने बताया युवाओं को नशे के मकड़जाल से निकालने के हर-संभव प्रयास किये जाएंगे।

कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ से ली जाएगी मदद

डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि हाल ही में यूथ में खासकर कॉलेज और विश्वविद्यालयों की छात्र-छात्राएं नशे के चक्कर में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा जागरूकता एक बड़ा माध्यम है, इसे रोकने के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से मदद ली जा रही है। ताकि समय-समय पर छात्रों की काउंसलिंग की जाए और उन्हे इस चक्कर से बाहर निकाला जाए।

इंटरनल कमेटी का भी होगा गठन

डीएम मनीष कुमार ने बताया कि जागरूकता के अलावा नशे में फंसे युवाओं को निकालने के लिए डी-एडिक्शन सेंटर में एक्सपर्ट की मदद से उन्हें नशे की गतिविधि से मुक्त करवाने का काम किया जाएगा। इसके अलावा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इंटरनल कमेटी का गठन किया जाएगा, जो समय-समय पर ऐसे छात्रों की काउंसलिंग भी करेगा।

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