देश में इस समय प्रचंड गर्मी पड़ रही है। आम आदमी एक मिनट के लिए भी पंखे, कूलर और एसी से दूर नहीं रह पा रहा है। जिसके कारण जहां एक ओर बिजली की अधिकतम मांग रिकॉर्ड 246.06 गीगावाट पर पहुंच गई है। गर्मी से राहत के लिए घरों एवं दफ्तरों में एयर कंडीशनर और कूलर का इस्तेमाल बढ़ने से बिजली की खपत बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर ये एसी घर या दफ्तर में आग लगने का सबब भी बन रहे हैं। नोएडा के सेक्टर 100 में स्थित लोटस ब्लूबर्ड सोसाइटी में एयर कंडीशनर फटने से पूरा का पूरा फ्लैट भयानक आग की चपेट में आ गया था। इसी तरह 27 मई को मुंबई के बोरीवली वेस्ट के एक फ्लैट में आग से पूरा फ्लैट जल कर राख हो गया। 27 मई को ही हरियाणा के हिसार में एक अस्पताल में आग लग गई। आग लगने का कारण एसी में ब्लास्ट था। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इन घटनाओं से किस तरह से बचा जा सकता है।
24 घंटे एसी न चलाएं, एसी को ब्रेक दें
नोएडा फायर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस गर्मी के सीजन में 10 से 12 एसी फटने की सूचनाएं मिली हैं। घर से लेकर दफ्तरों तक में हादसे हुए हैं। अधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एसी की सर्विस लगातार कराते रहें। 24 घंटे एसी न चलाएं। एसी को ब्रेक दें, मतलब 3-4 घंटे एसी चलाने के बाद कुछ देर बंद कर दें। घर से बाहर निकलते समय जलता हुआ दीपक या फिर पावर सप्लाई ऑन छोड़कर न जाएं।
सावधानियां जो आपको बड़ी घटना से बचायें
कुछ ऐसी सावधानियां भी होती हैं। जिन पर हम समय-समय पर ध्यान रख कर खुद को और अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं। आपको घर या दफ्तर की वायरिंग कराते समय हमेशा ब्रांडेड वायर डलवाएं। एसी लगवाते समय उसकी पावर कैपेसिटी और अपने घर या दफ्तर के पावर लोड का पता लगा लें। एसी बगैर स्टैबलाइजर न चलाएं। एसी का कम्प्रेशर किसी छांव वाली जगह पर लगवाएं। गर्मी की शुरूआत में ही एसी की सर्विस जरूर कराएं। अगर एसी से किसी तरह की आवाज आए या स्पार्क करे तो तुरंत जांच कराएं। एसी के पास पर्दे आदि न लगाएं। एसी को लगातार न चलाएं। कोशिश करें कि 5-6 घंटे एसी चलाने के बाद उसे कुछ देर बंद कर दें।