तपती गर्मी अब लोगों की जान की आफत बन गई है। लोगों का घरों से निकलना मानों ऐसा है जैसे मौत को गले लगाना। आए दिन भीषण गर्मी के कारण लोगों की जान जा रही है। वहीं अगर बात करें दिल्ली-एनसीआर की तो, दिल्ली-एनसीआर में बीते 48 घंटे में हीटवेव ने 100 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला दिया है। लू लगने के चलते अलग-अलग इलाकों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नोएडा में मंगलवार को 14 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों की लू और हीट स्ट्रोक के कारण मौत हुई है।
11-19 जून के बीच 178 लोगों की मौत
वहीं दिल्ली में 11 जून से 19 जून के बीच हीटवेव से 178 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें दीन दयाल उपाध्याय अस्पातल के 45 मरीज भी शामिल हैं। राजधानी में जानलेवा गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी और लू के कारण बीते 24 घंटे में 13 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें हीट स्ट्रोक के 9 मरीज राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल और 4 मरीज सफरदरजंग अस्पताल में भर्ती थे। अभी भी हीट स्ट्रोक से पीड़ित कई मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
नोएडा में 14 तो गाजियाबाद में 42 लोगों के शव मिले
जानकारी के मुताबिक नोएडा के थाना सेक्टर 142, एक्सप्रेस वे थाना, सेक्टर 24, सेक्टर 58, कोतवाली 39, फेज 2 थाना, कोतवाली सेक्टर 126, नोएडा फेज-1 के इलाकों में 14 अज्ञात शव मिले हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिसके बाद ही मौत का असली कारण पता चल पाएगा। आशंका जताई जा रही है कि हीट स्ट्रोक के कारण इनकी जान गई। वहीं गाजियाबाद में पिछले 3 दिनों में 42 से ज्यादा मरीज मृत अवस्था में अस्पताल लाए गए या फिर इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। अस्पताल के सीएमओ राकेश कुमार ने बताया कि मरीजों को जब हॉस्पिटल लाया गया तो उनकी हालत काफी गंभीर थी। बुखार के साथ उन्हें उल्टी और दस्त जैसी शिकायत थी। उन्होंने ने कहा कि इन मरीजों की मौत की जांच के लिए एक कमेठी गठित की गई है। आशंका जताई जा रही है कि हीटवेव के कारण इन मरीजों की मौत हुई।