कल यानी 23 जुलाई को केंद्र सरकार बजट पेश करने वाली है. ये बजट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है. इस बजट से देश के आम से लेकर खास सभी लोगों को काफी उम्मीदें हैं. वहीं बजट पेश होने से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने संसद में एक इकोनॉमिक सर्वे पेश किया है. जिसमें बताया गया है कि इस बजट में सरकार का फोकस किन चीजों पर रहने वाला है. आइए हम भी जान लेते हैं कि वो चीजें कौन सी हैं-

कृषि, रोजगार और भारत को ड्रोन हब बनाने पर फोकस
सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक देश की प्रगति को और रफ्तार देने के लिए कृषि क्षेत्र इंजन का काम करेगा और सर्वे में एग्रीकल्चर सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर दिया गया है. इसके अलावा सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने पर भी जोर रहा है. इसके साथ ही भारत को ड्रोन हब बनाने पर भी सरकार का फोकस रहेगा. 

शहरी बेरोजगारी घटी, अब रोजगार पर जोर
सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉन एग्रीकल्चर सेक्टर में साल 2030 तक औसतन सालाना करीब 78.5 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने की जरूरत है. हालांकि, इसमें साफ किया गया है कि देश में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है और कोविड-19 महामारी के बाद से इसमें गिरावट आ रही है. 15 साल से ज्यादा की उम्र वाले लोगों के लिए शहरी बेरोजगारी दर 6.8% से घटकर मार्च 2024 तक 6.7% पर आ गई. 

महिला सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट में जबर्दस्त बदलाव
इसके साथ ही इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि महिला सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट में तेजी आई है और सरकार के प्रयासों के चलते भारत की 57.3% वर्कफोर्स सेल्फ-एम्प्लॉयड है और इसमें महिलाओं की भागीदारी उत्साह पैदा करने वाली है, जिसमें महिला सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट में जबर्दस्त बदलाव देखने को मिला है. 

निजी निवेश की रफ्तार हुई तेज
इसके साथ ही इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय पर जोर दिए जाने और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में लगातार आ रही तेजी के कारण ग्रॉस फॉक्स्ड कैपिटल फॉर्मेशन को बढ़ावा मिला है. इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, 2023-24 में इसमें 9 फीसदी की जोरदार बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. 

आर्थिक सर्वेक्षण में जीडीपी का भी जिक्र
मोदी 3.0 द्वारा पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण FY25 में भारत की जीडीपी को लेकर जिक्र किया गया. इस रिपोर्ट में देश की फाइनेंशियल हेल्थ का लेखा-जोखा पेश करते हुए कहा है कि देश की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 से 7 फीसदी तक है. 

सर्वे में बैंक बैलेंस शीट मजबूत होने का दावा
इकोनॉमिक सर्वे में कंपनियों और बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत होने का दावा किया गया है. इसके साथ ही कहा गया है कि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को और भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

2024 में देश में 124 अरब डॉलर का रेमिटेंस भेजे गए
सर्वे में ये भी जिक्र किया गया है कि जो भारतीय मूल के लोग दुनिया के तमाम देशों में रह रहे हैं, उन्होंने अपने परिजनों को जो पैसा भेजा है, उसका आंकड़ा लगातार बढ़ा है. डेटा के मुताबिक, विदेश में बसे भारतीयों ने 2024 के दौरान देश में 124 अरब डॉलर का रेमिटेंस भेजे हैं. साल 2025 में इसके 129 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान.

स्टॉक मार्केट ने दी शानदार परफॉर्मेंस
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यस्था है और आर्थिक सर्वे में इसकी ग्रोथ स्टोरी में कैपिटल मार्केट की अहम भूमिका रही है. स्टॉक मार्केट ग्लोबल टेंशन और तमाम आर्थिक झटकों के बीच शानदार परफॉर्मेंस दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, शेयर मार्केट का निफ्टी-50 इंडेक्स वित्त वर्ष 24 के दौरान 26.8 फीसदी की बढ़त में रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 8.2 फीसदी की गिरावट में था.

AI का रोजगार पर दिख सकता है असर 
इकोनॉमिक सर्वे में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (AI) के कर्मचारियों पर पड़ने वाले असर को लेकर काफी अनश्चितता है. सर्वे रिपोर्ट में अनुमान जाहिर किया गया है कि एआई से प्रोडक्टिविटी में बढ़ोत्तरी तो होगी, लेकिन इसका कुछ सेक्टर्स में रोजगार पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. 

महंगाई दर में गिरावट का दिया संकेत
इकोनॉमिक सर्वे की रिपोर्ट में मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद जताई गई है. ऐसे में महंगाई दर में गिरावट आ सकती है. इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने भी चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर के 4.5 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है.

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