Noida: नोएडा में डिजिटल अरेस्ट के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब एक डिजिटल अरेस्ट करने का एक हैरान कर देने वाला मामला आया है। साइबर अपराधियों ने मां-बेटी को 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। मनी लॉन्ड्रिंग, मानव तस्करी में जेल भेजने का डर दिखा कर 38 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर करा लिया। पीड़ितों ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद करीब दो लाख रुपये को फ्रीज करा दिए हैं।
पहले ट्राई अधिकारी बनकर किया फोन
नोएडा के सेक्टर-77 में रहने वाले तरुणा गाबा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दो दशक पहले उनके पिता की मौत हो चुकी है। तरुणा और उनकी मां शशि गाबा का शेयर्ड एकाउंट बैंक में है। तरुणा ने बतायाकि 27 नवंबर को अनजान नंबर से कॉल आई थी। फोन पर कॉलर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि तरुणा और उसकी मां के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर एक सिम कार्ड निकलवाई गई है। जिसका इस्तेमाल मानव अंगों की तस्करी में हुआ है। इसके साथ ही बैंक खातों और आधार कार्ड का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में भी किया गया है। इसके बाद मां और उसे वीडियो कॉल पर जोड़ा। पूछताछ करने के लिए मुंबई आने के लिए कहा गया। मुंबई न आने से बचने के लिए ऑनलाइन पूछताछ में सहयोग करने के लिए कहा।
गिरफ्तारी का भेजा फर्जी वारंट
इसके बाद जालसाज बने अधिकारियों ने उनसे मामूली पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार करने के लिए वारंट भेज दिया। अधिकारियों ने मुठभेड़ होने की भी आशंका जताई। मां-बेटी को इन सबसे बचने के लिए दोनों के खातों में जमा रकम अन्य खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा। साइबर ठगों ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद पैसे वापस भेज दिया जायेगा। पुलिस कार्रवाई और जेल जाने से बचने के लिए तरुणा ने जालसाजों के बताए गए खातों में दो बार में 36 लाख 58 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
घर और एफडी तुड़वाने का दबाव बनाते रहे दबाव
शशि गाबा ने बताया कि साइबर ठगों ने इसके बाद उनके घर के बारे में पूरी जानकारी जुटाई। सारी रकम ट्रांसफर कराने के बाद शशि और उनकी बेटी से एफडी तुड़वाने और घर गिरवी रखकर रुपये देने के लिए कहा। दोनों जालसाजों के सामने हाथ जोड़कर रोने लगीं, लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा। वह लगातार घर गिरवी रखकर रुपये ट्रांसफर करने का दबाव बनाते रहे। कई बार कहने के बाद भी जब महिला ने एफडी नहीं तुड़वाई तो जालसाजों ने चार दिन बाद संपर्क तोड़ दिया।
अखिलेश ने सरकार और पुलिस पर कसा तंज
पुलिस ने बताया कि पीड़िता से तहरीर प्राप्त कर अभियोग पंजीकृत किया गया है। पीड़िता से 36.50 लाख की ठगी हुयी है। जिसमें 02 लाख रूपये फ्रीज कराये जा चुके है। साक्ष्य संकलन के आधार पर अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि भाजपा सरकार क्या इसी डिजिटल इंडिया को विकसित करने की बात करती है। उप्र की पुलिस (सच्ची पुलिस) से अपील है कि नोएडा में ठगे गये परिवार का पूरा पैसा वापस करवाए और ठगों को पकड़े। नहीं तो जनता अपना नारा देगी डिजिटल हैं तो अनसेफ हैं।