नोएडा पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कमिश्नरेट पुलिस ने एक और ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर जिले की थाना ईकोटेक-1, दादरी पुलिस और स्वाट टीम ने संयुक्त ऑपेरशन में 4 विदेशी नागरिकों को धर दबोचा है। जिनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई है। पुलिस उपायुक्त ग्रेटर नोएडा की ओर से गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25000 रुपये का ईनाम दिया जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले भी पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर टीम ने दो बार ड्रग्स फैक्ट्री को पकड़ चुकी है।
कुल 200 करोड़ रुपये का एमडीएमए मैथ ड्रग्स बरामद
पुलिस उपायुक्त ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया कि टीम ने बुधवार को अफ्रीकी मूल के विदेशी आरोपियों को अवैध ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों की निशादेही पर सी-21/4 ओमीक्रॉन-1 मथुरापुर से एक ड्रग फैक्ट्री पकड़ी गयी है। जानकारी के अनुसार 4 विदेशी नागरिकों को 26 किलो 670 ग्राम एमडीएमए मैथ ड्रग्स के साथ पकड़ा गया है। जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय कीमत 150 करोड़ रुपये है। इसके अलावा ड्रग्स बनाने के उपकरण, कच्चा माल, केमिकल जिससे लगभग 50 करोड़ रूपये की सिंथेटिक ड्रग तैयार की जा सकती है समेत कुल 200 करोड़ रुपये का एमडीएमए मैथ ड्रग्स, 2 कार एवं 2 पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस ड्रग्स की सप्लाई विदेशों में होती थी।
करीब 3-4 महीने पहले ही एक फैक्ट्री सेटअप बनाया
पुलिस उपायुक्त ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया कि हाल में ही इन्होंने कुछ दिन पूर्व मथुरापुर ओमीक्रॉन-1 में एक मकान किराये पर लिया था। जहां पर करीब 3-4 महीने पहले ही पकड़े गए आरोपियों ने अपना एक फैक्ट्री सैटअप बनाया था। बीट इंटेलिजेंस की सूचना के आधार पर इन पर लगातार निगरानी की जा रही थी। ड्रग्स मैन्यूफैक्चरिंग के बाद इस सिंडिकेट ने अपने एजेंट, ऑनलाइन ऑर्डर, शॉपिंग एप्स के माध्यम से ड्रग्स का निर्यात दिल्ली एनसीआर के कॉलेज यूनिवर्सिटी व नॉर्थ ईस्ट राज्यों में करने की योजना थी।