साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। देखा जाए तो लोगों की मेहनत की कमाई का फायदा ठग उठा रहे हैं। कुछ लोग ऐसी ठगी का शिकार होने पर सतर्क हो जाते हैं और पुलिस को घटना की सूचना देते हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इसकी शिकायत करने से कतराते हैं। लोगों का यही डर ठगों की राह आसान बना देता है। कुछ साइबर ठग लोगों को ब्लैकमेल करके भी अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं। आमतौर पर माना जाता है कि ग्रामीण इलाकों में और कम पढ़े-लिखे लोग साइबर ठगी का शिकार ज्यादा होते हैं। लेकिन रिपोर्ट इस मान्यता को सिरे से खारिज कर रही है। क्योंकि जो आंकड़े हैं, उनके अनुसार यूपी में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोग ही साइबर ठगी के ज्यादा शिकार हो रहे हैं।

ठगी के सबसे ज्यादा मामले गौतमबुद्ध नगर में
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच सालों में क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए यूपी में सबसे ज्यादा ठगी के मामले गौतमबुद्ध नगर जिले यानी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हुए हैं। आंकड़े बताते हैं कि गौतमबुद्ध नगर में 12 हजार, 548 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई, जबकि दूसरे नंबर पर मौजूद लखनऊ में 3446 लोग साइबर ठगी का शिकार बने। तीसरे नंबर पर एनसीआर में मौजूद गाजियाबाद रहा , जहां पर पिछले पांच वर्षों में 2409 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा यानी गौतमबुद्ध नगर जिले में साल 2018-19 में 4323 लोगों के साथ साइबर ठगी के मामले सामने आए। जबकि साल 2019-20 में 1661 लोग साइबर ठगों के शिकार बने। 2020-21 के कोरोना काल में भी साइबर ठगों ने 1857 लोगों को चूना लगाया । फिर 2021-22 में साइबर ठगों ने 1688 लोगों के सा थ जालसाजी की। 2022-23 में 1200 लोगों से किसी तरह उनके क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की जानकारी लेकर ठगी की। साल 2023 में भी 31 दिसंबर तक 1819 लोगों को साइबर ठगों ने लूटा । इस दौरान गौतमबुद्ध नगर पुलिस सिर्फ दो फीसद मामलों में ही ठगों को गिरफ्तार कर पाई।

RTI से हुआ यूपी में हुई साइबर ठगी का खुलासा
RTI के अनुसार उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में पिछले पांच सालों में क्रेडिट और डेबिट कार्ड से ठगी यानी साइबर ठगी की कुल 28 हजार, 816 शिकायतें मिली हैं। ठगी के इन मामलों की जानकारी राज्य के अलग-अलग बैंकों की ब्रांचों से रिजर्व बैंक को दी गई हैं।

साइबर ठगों के चंगुल में UP भी
अगर पूरे उत्तर प्रदेश की बात करें तो साल 2019 में 5109 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई। 2020 में 3197, साल 2021 में 4130, साल 2022 में 4223 और साल 2023 में 12157 लोगों को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। पिछले पांच सालों में साइबर ठगों ने नोएडा में 12548, लखनऊ में 3446, गाजियाबाद में 2409, कानपुर देहात में 1248, आगरा में 803, बरेली में 791, वाराणसी में 722, मेरठ में 646, प्रयागराज में 572, मथुरा में 413 लोगों को अपना शिकार बनाया है।

आपके साथ हो साइबर ठगी, तो क्या करें
साइबर ठगों के निशाने पर कभी भी कोई भी आ सकता है। अगर आप भी उनके निशाने पर आ गए हैं और आपके साथ साइबर ठगी होती है तो आपको तुरंत इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने और साइबर सेल में करनी चाहिए। साइबर सेल का टोल फ्री नंबर 1930 और 155260 हैं। यहां कॉल करके आप शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा cybercrime. gov.in पर ई-मेल के जरिये भी आप अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। अगर आपके साथ ठगी होती है तो जल्द से जल्द अपने उस बैंक से संपर्क करके पूरी घटना के बारे में जानकारी दें। इससे आपकी रकम वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

गौतमबुद्ध नगर के हर थाने में साइबर एक्सपर्ट
गौतमबुद्ध नगर जिले में Cyber ठगी के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सभी थानों में एक इंस्पेक्टर को तैनात किया है। यह इंस्पेक्टर साइबर ठगी से जुड़े मामलों के एक्सपर्ट होते हैं और ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हैं। इसके अलावा हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क भी बनाई गई है। गौतमबुद्ध नगर जिले में साइबर क्राइम थाना भी है, इस थाने में 5 लाख या इससे अधिक की ठगी के मामले दर्ज किए जाते हैं।

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