नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र के किसान अपनी मांगों को लेकर अड़ गए हैं. किसान लगातार अपनी बढ़े हुए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. किसान नेता सुखबीर खलीफा का साफतौर पर कहना है कि वो अब आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं. किसान अपनी मांग को लेकर दिल्ली कूच कर रहे थे मगर अथॉरिटी के अधिकारियों ने एक हफ्ते का समय मांगा. अथॉरिटी की मांग पर किसान दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर पर बैठ गए हैं.

किसानों को हटाने में जुटी पुलिस और प्रशासन
वहीं इस दौरान मंगलवार दोपहर को पुलिस और प्रशासन ने एक साथ मिलकर आंदोलन करने आए किसानों को बॉर्डर से हटाना शुरू कर दिया. जिसके बाद किसानों की ओर से खूब विरोध किया गया लेकिन पुलिस किसानों को बस में बैठाकर उनके गांव तक छोड़ रही है. पिछली बार की तरह इस बार भी पुरूष किसानों के साथ महिला किसान भी आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं. वे सभी के साथ मिलकर अपनी मांगों को सरकार के सामने रखने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही हैं.

ठंड में बचाव से लेकर खाने तक इंतजाम खुद कर रहे किसान
संयुक्त किसान मोर्चा के साथ आंदोलन में आए सभी किसान सुबह के समय ठंड से बचने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली में लगे हुए टिपलर का सहारा लेकर बचाव कर रहे हैं. इसकी मदद से ही किसानों ने ठंड में पूरी रात गुजारी है. किसानों ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया. यहां तक कि किसानों के लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. किसानों ने अपने खाने-पीने की व्यवस्था खुद से ही की है. किसानों के खाने-पीने का प्रबंध करने वाले हलवाई ने बताया कि मॉर्निंग के समय सभी किसानों को चाय और पकौड़ी दी गई. वहीं दोपहर में 1 बजे के करीब लंच के लिए 1000 किसानों के लिए पूरी सब्जी बनाई गई है.

आंदोलन शुरू करने से पहले किसानों ने किया हवन
किसानों ने मंगलवार को आंदोलन शुरू करने से पहले हवन किया. किसानों ने बताया कि किसी भी शुभ काम को करने से पहले इस तरह से हवन किया जाता है. ठीक उसी तरह से आंदोलन शुरू करने से पहले सभी ने हवन किया है. आपको बता दें कि लगभग एक दर्जन किसान संगठन मिलकर यमुना, नोएडा और ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी के खिलाफ आंदोलनरत हैं. किसान बढ़े हुए मुआवजे की राशि और जमीन की मांग पर अड़े हुए हैं.

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