गौतमबुद्ध नगर का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार होने वाला है. दरअसल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का डिजाइन ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के द्वारा तैयार किया जा रहा है. नोएडा एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर में तैयार हो रहा है और जिसमें दो रनवे होंगे. यात्रियों की सुविधा के लिए यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ से एंट्री मिलेगी और पीछे की तरफ से कॉमर्शियल वाहनों के आने का मार्ग तैयार किया जा रहा है. एयरपोर्ट के चारों तरफ ग्रीन बेल्ट होगी और यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. इस एयरपोर्ट को 4 फेस में तैयार किया जायेगा जिसका कॉन्ट्रैक्ट ज्यूरिख के साथ 40 सालों का किया गया है. पहला फेस अप्रैल 2025 में शुरू होगा. जिसमें 12 मिलियन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जबकि दूसरे फेस में 30 मिलियन और तीसरे में 50 मिलियन के बाद चौथे फेस में 70 मिलियन यानी 7 करोड़ यात्रियों का लक्ष्य पूरा किया जाना है. ये लक्ष्य पूरा होने के बाद इस एयरपोर्ट को यूपी सरकार (NIAL) को हैंड ओवर कर दिया जायेगा.
अप्रैल 2025 में होगी एयरपोर्ट की पहली उड़ान
एयरपोर्ट की चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी किरण जैन ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए इंडिगो और अकाशा एयरलाइन से करार भी हो गया है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दिसंबर 2024 में ट्रायल और अप्रैल 2025 मे एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी जाएगी. नोएडा एयरपोर्ट के लिए एयरोड्रोम लाइसेंस भी अप्लाई कर दिया गया है. बता दें 4 किलोमीटर का एक रनवे बनकर तैयार हो गया है. जहां से अप्रैल 2025 में पहली उड़ान भरी जाएगी. इस एयरपोर्ट को बनाने में करीब 8 हजार लोगों को लगाया गया. इसमें लेबर और इंजीनियर के साथ ही अधिकारी भी शामिल हैं. एयरपोर्ट को तैयार करने में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. उम्मीद है कि इस बार तय समय में ट्रायल शुरू हो जाएगा. जिसकी वजह है कि ये ट्रायल सितंबर में होना था लेकिन कार्य में देरी होने के कारण ये ट्रायल अब दिसंबर में होगा.
नवरात्रि में पहली कलिविरेशन लैंडिंग हुई पूरी
यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि हमारा रनवे तैयार हो गया है और कल नवरात्रि में ही हमारी पहली कलिविरेशन लैंडिंग हो गई है. यह लैंडिंग पूरी तरह से सफल रही है. यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण सीईओ ने बताया कि 25 डोमेस्टिक और 3 इंटरनेशनल फ्लाइट बुक हो चुकी हैं. जिनका ट्रायल 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक होगा और उम्मीद है मार्च लास्ट तक हम उड़ान भरना शुरू कर देंगे. क्योंकि उड़ान की अंतिम तारीख 17 अप्रैल 2025 है. इसके साथ ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल कंप्लीट हो गया है. ट्रमिनल की छत का काम बाकी है वो भी जल्द पूरा कर लिया जायेगा. इस एयरपोर्ट में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए भारत रेलवे कि मदद से एयरपोर्ट के अंदर ही अंदर ग्राउंड रेलवे के साथ रैपिड रेल, मेट्रो और बुलेट ट्रेन की सुविधा भी मिलेगी. जो इस एयरपोर्ट को और भी खास बनाती है.
एयरपोर्ट से नोएडा के विकास को मिलेगी नई उड़ान
सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि विकास के लिहाज से भी ये एयरपोर्ट खास होगा क्योंकि 8 साल बाद यूपी सरकार को प्रति यात्री 400.97 रुपये मिलेंगे. जो 1 साल में लाखों-करोड़ों में होने वाला है. रेवेन्यू के लिहाज से देखा जाए तो करीब 40 से 50 फीसदी रेवेन्यू केवल नोएडा एयरपोर्ट ही देगा. जो कि विकास के रूप में मील का पत्थर साबित होगा. माना जा रहा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चालू होने से न सिर्फ दिल्ली एयरपोर्ट पर लोड कम होगा, बल्कि नोएडा एनसीआर में विकास को एक नई उड़ान भी मिलेगी.