यूपी के हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ हादसे को लेकर SIT की टीम ने आज जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है.यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह शुक्रवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पहुंचे और मुख्यमंत्री से मिलकर एसआईटी की 15 पेजों की रिपोर्ट सौंप दी. 15 पेजों की इस विस्तृत रिपोर्ट में डीएम और एसपी समेत करीब 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के 24 घंटे के भीतर ही पेश करने का आदेश दिया था. इस जांच रिपोर्ट में एसआईटी की टीम ने पूरे हादसे की वजह और इतनी भीड़ को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर आयोजन से जुड़े लोगों और सेवादारों से भी बात की और तमाम जानकारी जुटाई है. आपको बता दें कि हादसे के बाद बीते मंगलवार को योगी सरकार ने एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में एसआईटी गठन किया था.
रिपोर्ट में राजनीतिक साज़िश की तरफ़ किया गया इशारा
सूत्रों की मानें तो इस रिपोर्ट में राजनीतिक साज़िश की तरफ़ इशारा किया गया है. कुछ स्थानीय नेताओं की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं. साथ ही सेवादारों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं. आयोजकों की भूमिका पर सवाल किया गया है. रिपोर्ट में बाबा की सभा में संख्या का अनुमान नही लगा पाने को लेकर वहां तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी सवाल खड़े होने की खबर है. इससे पहले बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ख़ुद हाथरस का दौरा किया था. उन्होंने हादसे में घायल लोगों और जिनके अपनों की जान चली गई उनसे मुलाकात की और दुख की इस घड़ी में ढाढ़स बंधाने की कोशिश की. सीएम योगी ने इस दौरान इस मामले में साजिश की भी आशंका जताई थी. सीएम योगी पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब सत्संग में हालात बिगड़े तो बाबा के सेवादार भी वहां से भाग गए. बता दें कि हाथरस कांड में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है.