13 मई को चौथे चरण का चुनाव होना है। जिसको लेकर सभी दिग्गजों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। वहीं बीजेपी भी अपनी सियासी रणनीति मजबूत करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। मध्य प्रदेश में ठाकुरों का विरोध देख चुकी बीजेपी अब किसी तरह के रिस्क लेने के मूड में नहीं है। जिसके बाद बीजेपी ने अब अपना मेन फोकस ठाकुर वोट बैंक पर सेट किया है। तीन चरणों के चुनाव के बाद बीजेपी ने अचानक अपनी स्ट्रेटजी में बड़ा बदलाव किया है। इसकी शुरुआत 12 मई को कौशांबी में बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह की सभा से होने की संभावना है। अमित शाह कौशांबी में भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर को समर्थन देने और ठाकुरों को अपने साथ करने के लिए जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि इस सभा में प्रतापगढ़ से राजा भैया अमित शाह के साथ मंच पर होंगे तो जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी भी अमित शाह के सुर में सुर मिलाती नजर आ सकती हैं। इस जनसभा में अमित शाह और राजा भैया के बीच नया राजनीतिक समीकरण देखने को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, इस बात का भी संकेत मिल रहा है कि यूपी में जून के बाद राजा भैया योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकते हैं।

विनोद सोनकर के विरोधी रहे हैं राजा भैया
सियासत में कोई नेता एक दिन जिसके खिलाफ आग उगले और अगले दिन फूल बरसाए ये कोई बड़ी बात नहीं है। वैसे तो अमित शाह कौशांबी से भाजपा के प्रत्याशी विनोद सोनकर का प्रचार करने आ रहे हैं। वह बाबागंज विधानसभा क्षेत्र के हीरागंज नगर पंचायत स्थित सिद्धपीठ मां नायर देवी धाम में जनसभा को संबोधित करेंगे। चूंकि अब तक राजा भैया बीजेपी उम्मीदवार विनोद सोनकर का विरोध कर रहे थे, लेकिन पिछले सप्ताह बेंगलुरु में राजा भैया और अमित शाह की मुलाकात के बाद स्थिति काफी बदल गई है। लोगों के मन में अब ये सवाल है कि क्या इस जनसभा के दौरान राजा भैया विनोद सोनकर के समर्थन में कुछ कहेंगे या सिर्फ प्रमुख विपक्षी दल पर ही हमला करेंगे। बीजेपी के लिए यह जनसभा ठाकुर वोट बैंक के हिसाब से काफी जरूरी मानी जा रही है, क्योंकि बीजेपी जानती है कि कौशाम्बी और प्रतापगढ़ दोनों सीटों पर राजा भैया की पकड़ काफी मजबूत है।

10 मई को धनंजय सिंह ने की थी अमित शाह से मुलाकात
जानकारी के अनुसार 10 मई को दिल्ली में दूसरे ठाकुर नेता धनंजय सिंह ने भी अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात लगभग 45 मिनट तक चली। दोनों नेताओं की हुई मुलाकात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला भी अमित शाह के साथ 14 या 15 मई को मंच पर दिखाई दे सकती हैं। श्रीकला को साथ लाने का मकसद जौनपुर सीट पर ठाकुर समाज को एकजुट करने का है। बीजेपी दोनों ठाकुर नेताओं के साथ मंच साझा करके एक साथ होने का संदेश देगी और ठाकुर वोट बैंक को अपनी तरफ करेगी। अब देखना होगा कि बीजेपी का ये नया पैंतरा कितना काम आता है।

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