राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच एक के बाद एक करके कांग्रेस को बड़े झटके लग रहे है, जिसने कांग्रेस की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। जहां एक ओर कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं वहीं दूसरी ओर नकुलनाथ के एक्स हैंडल पार्टी का नाम और लोगो भी हट गया है। इसका मतलब साफ है कि नकुलनाथ ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है साथ ही छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने अपने तीनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स के अपने बायो से कांग्रेस नाम हटा दिया है और उनके नाम के आगे सिर्फ छिंदवाड़ा सांसद लिखा है और कांग्रेस का चिन्ह गायब है। इस बीच एमपी के पूर्व मंत्री व कमलनाथ के करीबी सज्जन सिंह वर्मा ने भी अपना एक्स हैंडल प्रोफाइल चेंज कर दिया। इसमें भी कांग्रेस का चिन्ह नदारद है। जिसका मतलब साफ है कि कमलनाथ, नकुलनाथ समेत इनके करीबियों ने भी कांग्रेस से दूरी बना ली है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाए कमलनाथ
कमलनाथ के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी कमलनाथ ट्रेंड कर रहा है, जिसमें कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने का पुरजोर दावा किया जा रहा है। हालांकि पिछले दिनों जब कमलनाथ से उनके भाजपा में जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था। मतलब कि कांग्रेस का हाथ छोड़ने की तैयारी पहले ही हो चुकी थी और अब इस प्रक्रिया को धरातल पर उतारा जा रहा है।
पूर्व इंदौर सांसद ने कमलनाथ को दिया था निमंत्रण
पूर्व लोकसभा स्पीकर और पूर्व इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन ने पिछले दिनों कमलनाथ को जय सियाराम के नारे के साथ कमलनाथ को भाजपा में आने का निमंत्रण दिया था तब उन्होंने कहा था कि यदि विकास पसंद है, तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि अगर वो अपनी पार्टी से परेशान हैं तो उनका भाजपा में स्वागत है। वहीं, भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने भी कमलनाथ और नकुलनाथ की फोटो के साथ जय श्री राम का नारा लिखकर इस बात का संदेश दे दिया है कि जल्द ही कमलनाथ कांग्रेस का हाथ छोड़कर कमल थामे नजर आएंगे ।
दिग्विजय सिंह ने बातों का किया खंडन
कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा ’कि कल रात मेरी कमलनाथ से बात हुई है। वह छिंदवाड़ा में हैं और वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपना राजनीतिक करियर नेहरू-गांधी परिवार के साथ शुरू किया है । इसलिए उनके भाजपा में जाने की बात सरासर गलत है ।’