Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे और धुंध के कारण हादसों में इजाफा होने लगता है। इसे रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक हल्के और भारी वाहनों की रफ्तार को कम करने का फैसला किया है। हल्के वाहनों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा से घटाकर 80 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी है। जबकि भारी वाहनों की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा से घटाकर 60 किमी प्रति घंटा कर दी है। निर्धारित गति से अधिक होने पर वाहनों के चालान किए जाएंगे। कोहरे में सर्वाधिक हादसे होते हैं। इसे लेकर प्रशासन ने पहले से ही प्लान तैयार कर लिया है। आरटीओ प्रशासन दीपक शाह ने बताया कि कोहरे के दौरान रफ्तार पर लगाम लगाने एवं हादसे रोकने के लिए गति सीमा घटा दी है।

एंटी स्मोक गन से हर दिन चौराहों पर होगा छिड़काव
जहरीली हुई शहर की हवा को शुद्ध करने के लिए शहर के प्रत्येक चौराहों पर एंटी स्मोक गन से रोजाना पानी का छिड़काव कराया जाएगा। धूल साफ कराकर पेड़- पौधों को धुलवाया जाएगा। बुधवार की सुबह नगर निगम ने महानगर के चौराहों पर एक्यूआई को कम करने के लिए युद्ध स्तर पर एंटी  स्मोक मशीन से वॉटर स्प्रिंकलर कराया। शहर के कंपनी बाग, दुबे का पड़ाव, एटा चुंगी, आगरा रोड बारहद्वारी, मसूदाबाद, कलक्ट्रेट चौराहा व रसलगंज चौराहों पर एंटी स्मोक गन से पेड़-पौधों की धुलाई कराई गई।

नोएडा में एक्यूआई 359 दर्ज
इस मौसम में बुधवार को अलीगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पहली बार 410 दर्ज किया गया। लोगों को दमघोंटू हवाओं में सांस लेनी पड़ रही है। कोहरे के साथ प्रदूषकों के मिलने से दिनभर स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। दिल्ली के बाद सबसे प्रदूषित बिहार के हाजीपुर 417, अलीगढ़ में डीगढ़ में एक्यूआई 410, चंडीगढ़ में 372, पानीपत में 370, गाजियाबाद में 350, ग्रेटर नोएडा 364, नोएडा में 359 दर्ज किया गया।

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