हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार गुरुवार को थम गया. वहीं गुरुवार को बीजेपी को बड़ा झटका लगा. दरअसल करीब 8 महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए अशोक तंवर ने फिर से पाला बदल लिया है. इसी के साथ अशोक तंवर ने एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी में घर वापसी कर ली है. हरियाणा की सियासत में ‘लाल’ नाम से 3 बड़े ब्रांड हैं बंसीलाल, देवीलाल और भजनलाल. तीनों ही राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में अकेले इन 3 परिवारों के ही 13 सियासी वारिस जनता के दरबार में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. कहीं भाई-बहन तो कहीं चाचा-भतीजा तो कहीं दादा-पोते के बीच कड़ी टक्कर है. इसके अलावा खेल की दुनिया में नाम कमाने वाले कई बड़े चेहरों का भी भविष्य दांव पर लगा है.

रेवाड़ी में लालू के दामाद चुनावी मैदान में
बीजेपी और कांग्रेस 90 में से 89 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. दोनों ही राजनीतिक दल सत्ता पर काबिज होने की कोशिशों में जी-जान से जुटी हैं. रेवाड़ी जिले की रेवाड़ी विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं. कांग्रेस ने चिंरजीव राव को यहां पर मैदान में उतारा है जो यहां के सिटिंग विधायक भी हैं. उनके साथ खास बात ये है कि चिंरजीव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद हैं. चिरंजीव राव लालू और राबड़ी देवी की छठी बेटी अनुष्का यादव के पति हैं. चिंरजीव प्रदेश के रसूखदार यादव परिवार से नाता रखते हैं. उनके पिता कैप्टन अजय यादव भी यहां से लगातार 6 बार चुनाव जीत चुके हैं और वह राज्य के पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं.

खेल के मैदान से चुनाव के मैदान पर उतरे खिलाड़ी
हरियाणा में कम से कम 3 बड़े खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जाट लैंड कहे जाने वाले रोहतक की चर्चित मेहम विधानसभा सीट से बीजेपी ने भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक राम निवास हुड्डा को मैदान में उतारा हैं. तो वहीं खेल के मैदान से सियासी पिच पर सबसे अहम मुकाबला जींद जिले की जुलाना सीट पर है. जहां कांग्रेस ने दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट को उतारा है. जबकि जुलाना सीट से आम आदमी पार्टी ने प्रोफेशनल रेसलिंग WWE में कामयाब रहीं कविता दलाल को टिकट दिया है.

‘लाल’ परिवार के 13 वारिस चुनावी मैदान में
प्रदेश की सियासत में ‘लाल’ परिवार के आगे किसी का कोई वजूद ही नहीं है. यहां पर 3 ‘लाल’ परिवारों ने लंबे समय तक दबदबा कायम रखा है. पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल, भजन लाल और बंसी लाल तीनों ही प्रदेश के सीएम रह चुके हैं और अब इनके वारिस प्रदेश की राजनीति में ताल ठोंक रहे हैं. प्रदेश की सियासत में देवी लाल का परिवारिक घराना सबसे बड़ा घराना है. इसकी चौथी पीढ़ी भी चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही है. देवी लाल का परिवार चौटाला बिरादरी से नाता रखता है और इस बार परिवार से 8 नेता अलग-अलग दलों के साथ चुनावी मैदान में हैं. चौधरी रणजीत सिंह चौटाला निर्दलीय के तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं तो दुष्यंत सिंह चौटाला और दिग्विजय सिंह चौटाला जननायक जनता पार्टी के टिकट से मैदान में हैं. पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय सिंह चौटाला (ऐलानाबाद सीट) इंडियन नेशनल लोक दल के साथ चुनाव लड़ रहे हैं.

कई सीटों पर ‘लाल’ परिवार के बीच छिड़ी जंग
चौटाला परिवार की बहू सुनैना चौटाला फतेहाबाद जिले की फतेहाबाद सीट से INLD के टिकट पर किस्मत आजमा रही हैं. जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह हैं. जबकि दिग्विजय के चाचा आदित्य चौटाला INLD के टिकट पर डबवाली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं . दिग्विजय के भाई अमित सिहाग डबवाली सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. कांग्रेस के अमित सिहाग मौजूदा विधायक हैं. वहीं रानिया सीट पर भी चौटाला परिवार की लड़ाई देखने को मिल रही है. ओम प्रकाश चौटाला के भाई चौधरी रणजीत चौटाला रानिया सीट से विधायक हैं. वे बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे लेकिन पार्टी के टिकट ना देने पर रणजीत चौटाला बागी हो गए. इसके बाद चौधरी रणजीत चौटाला ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. यहीं से आईएनएलडी ने अभय सिंह चौटाला के बेटे और रणजीत चौटाला के पोते अर्जुन चौटाला को मैदान में उतारा गया है

पूर्व सीएम भजन लाल के पोते भव्य भी आजमा रहे किस्मत
पूर्व सीएम भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई का भविष्य दांव पर है. भव्य हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई 4 बार चुनाव जीत चुके हैं. भजन लाल के बड़े बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन कांग्रेस के टिकट पर पंचकूला सीट चुनाव लड़ रहे हैं. पूर्व सीएम के भतीजे दुरा राम की किस्मत भी दांव पर हैं. दुरा राम बीजेपी के टिकट से फतेहाबाद सीट से चुनाव में हैं. दुरा राम इससे पहले 2 बार विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं.

बंसी लाल के पोता-पोती के बीच जंग
वहीं बंसी लाल परिवार भी अपनी सियासी जमीन बचाए रखने की कवायद में है. हालांकि परिवार के दो सदस्य आपस में ही भिड़ते दिखाई दे रहे हैं. यहां पर पोता-पोती के बीच जंग है. भिवानी जिले की तोशम सीट से बंसी लाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. तो उनके सामने उनकी चचेरी बहन चुनौती पेश कर रही हैं. यहीं पर बंसी लाल के छोटे बेटे सुरेंद्र चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी बीजेपी के टिकट से चुनाव मैदान में हैं. श्रुति कुछ समय पहले ही अपनी मां किरण चौधरी के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी. इसके अलावा भी कई अन्य राजनीतिक घराने भी चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला भी कैथल सीट से चुनावी मैदान में हैं. कैथल सीट से आदित्य के पिता और दादा दोनों ही चुनाव जीत चुके हैं.

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