Noida: आईएएस, आईपीएस और रॉ अधिकारी बनकर स्पूफिंग कॉल के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाने वाली जोया खान को नोएडा पुलिस ने गुरुवार को रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान जोया ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपित मेरठ की रहने वाली है और यूपीएससी की तैयारी कर चुकी है। आईएएस नहीं बन पाई तो फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को ठगने लगी।

एसएचओ को भी धमकाया था
जोया खान ने दौराने पूछाताछ बताया कि उसके साथी गौरव अग्रवाल की पत्नी गितिका अग्रवाल की चचेरी ननद के पति साहिल सब्बरवाल की फ्लैट के 7वी मंजील से गिरने के कारण नोएडा में मृत्यु हो गयी है। इस घटना के सम्बन्ध में थाना हाजा पर एफआईआर दर्ज थी। मैंने स्पूफिंग कॉल करने के लिये इंटरनेट से पोर्टसिप नाम का एप डाउनलोड कर तथा एसएचओ सैक्टर 142 के सीयूजी नम्बर पुलिस के उच्चाधिकारी बनकर उनके सीयूजी नम्बर को दर्शाकर स्पूफ कॉल की थी। इसके साथ ही नेहा की गिरफ्तारी तथा कड़ी सजा दिलाने के लिये दबाव बनाया था। इसके बाद अन्य नम्बरों को स्पूफ करके और आवाज बदलकर कॉल अभिषेक जैन एवं अन्य रिश्तेदारों को स्पूफिंग करके एण्टीकरप्शन ब्यूरो, रॉ तथा अन्य अधिकारियों के नम्बरो को दर्शाकर इनको काल किया था। उन सभी से कहा था कि अगर तुम लोग नेहा की पैरवी करोगे तो मैं इसी हत्या के मुकदमें में फंसवाकर जेल भिजवा दूंगी।

जहां जाती थी, वहां एस्कॉर्ट की करती थी मांग
मैने स्पूफिंग साफ्टवेयर की पेमेण्ट करने के लिये मिनाक्षी को धोखा देकर सर्विलांस के काम का बहाना बनाकर 8000 रूपये अपने एक्सिस बैंक खाता में यूपीआई के माध्यम से लिये है। जिससे मैंने क्रिप्टोकरन्सी खरीदी थी तथा मैने स्पूफिंग साफ्टवेयर की पेमेण्ट की थी। मेरी इस कॉल साजिश में गौरव अग्रवाल शामिल रहा है। शक्ति अवस्थी डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने बताया कि जब जोया गुरुग्राम या गाजियाबाद जाती थी तो वहां पर भी अपने लिए एस्कॉर्ट की मांग करती थी। एक मामले के सिलसिले में थाना सेक्टर-142 एसएचओ को भी कॉल किया था। अभिषेक जैन नाम के एक युवक को भी रॉ और एंटी करप्शन ब्यूरो के नाम पर धमकाया था। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि महिला ने कॉल के लिए दुबई के एक सर्वर का इस्तेमाल किया था। इसके खिलाफ नोएडा के थाना बिसरख, मेरठ के थाना सिविल लाइंस और गुरुग्राम के थाना सेक्टर 29 डीएलएफ पर मामले दर्ज करवाए गए थे।

कॉल स्पूफ़िंग

1.कॉलर आईडी को बदल देता है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह किसी विश्वसनीय नंबर से कॉल कर रहा है, जिससे कॉल उठाने वालो को लगता है कि वह उसी व्यक्ति से बात कर रहा जिसका नंबर उससे दिख रहा, परन्तु उससे बात कोई स्कैमर कर रहा होता है।

2.कॉल स्पूफ़िंग एक खतरनाक है। क्योंकि इसमें किसी के भी नंबर का गलत इस्तेमाल हो सकता है, बिना उस व्यक्ति को पता लगे।

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