गौतमबुद्ध नगर में ओवरलोड वाहनों का बोलबाला रहता है। जिसको लेकर एआरटीओ पर ओवरलोड वाहनों से वसूली करने का आरोप लगाए जा रहे हैं। दरसअल हरियाणा से हजारों ओवरलोड वाहन पेरिफेरल व अन्य रास्तों से ग्रेटर नोएडा में आते है। इन वाहनों में ओवरलोडेड रोड़ी व गिट्टी भरी रहती है। जिसको लेकर गौतम बुद्ध नगर की अलग-अलग ट्रांसपोर्ट यूनियन ने ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने की मांग की है। इसको लेकर बाकायदा एआरटीओ और उनके विभाग को जानकारी दी गई। लेकिन ट्रांसपोर्ट यूनियन के लोगों का आरोप है कि आरटीओ विभाग इन ओवरलोड वाहनों को अपनी शह पर चलवा रहा है। वीडियो फुटेज और मौके पर होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस दौरान ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें ट्रांसपोर्ट यूनियन के लोग एआरटीओ विभाग के पुलिसकर्मियों से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं, वीडियो में ओवरलोड वाहन भी दिखाई दे रहे हैं लेकिन उनके द्वारा उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

“ARTO को एक गाड़ी के 9000 रुपये दिए जाते हैं”
ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष सोनू ने बताया ‘कि हरियाणा के रास्ते ओवरलोड वाहन लगातार ग्रेटर नोएडा में आते हैं। इसको लेकर हमने एआरटीओ से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।’ वहीं जब ओवरलोड वाहनों के ड्राइवर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया ‘कि गौतम बुद्ध नगर में आरटीओ को एक गाड़ी के 9000 रुपये दिए जाते हैं, इसी वजह से ओवरलोड वाहनों को नहीं रोका जाता है।’ इस मामले में हमने जिलाधिकारी से भी शिकायत की है, इसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो हम लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा ‘कि ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़क खराब होती हैं और आए दिन सड़क हादसे होते हैं, लेकिन इस पर अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।’

ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी-DM
वही इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा ‘कि ट्रांसपोर्ट यूनियन के कुछ लोगों के द्वारा ओवरलोड वाहनों को लेकर शिकायत की गई थी। इस मामले में एडीएम के नेतृत्व में पांच लोगों की टीम का गठन किया गया है। टीम जांच करेगी और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही एआरटीओ विभाग के कुछ लोगों पर रिश्वत लेने का भी आरोप लगा है ,उसकी भी जांच की जा रही है, अगर यह आरोप सत्य पाए जाते हैं तो उस मामले में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे जिले में कहीं पर भी ओवरलोड वाहन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। ऐसे वाहन देखते ही पुलिस कर्मियों और अन्य विभागों को भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।’

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