दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित IAS कोचिंग सेंटर में पानी भरने से शनिवार शाम तीन छात्रों की डूबकर हुई मौत का मामला राज्यसभा में भी उठा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग एक फलता-फूलता उद्योग बन गया है, जिसमें अच्छे रिटर्न मिलते हैं। उन्होंने राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा की अनुमति देते हुए कोचिंग सेंटरों द्वारा छात्रों से वसूली जाने वाली मोटी रकम का भी जिक्र किया। उन्होंने कोचिंग कल्चर का जिक्र गैस चैंबर से करते हुए कहा कि एक तरफ देश में नए-नए अवसर बढ़ रहे हैं। वहीं, कोचिंग कल्चर एक गैस चैंबर से कम नहीं है। इस मामले में एक ऐसे दृष्टिकोण की जरूरत है, जो इस समस्या से निपटने में मददगार हो।
हम नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर, छात्र ने CJI चंद्रचूड़ को लिखा पत्र
वहीं, एक छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में छात्र ने कहा है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। छात्र अविनाश दुबे ने सीजेआई को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। पत्र में छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ से तीन साथी छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ-साथ अन्य छात्रों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की भी मांग की है।