राजधानी दिल्ली में बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। करोल बाग में पांच मंजिला इमारत ढह गई। इमारत के मलबे में दबे 18 लोगों की चीख-पुकार। उधर, लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। इनमें 4 लोगों की मौत हो चुकी है।
Delhi news : सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के करोल बाग के बापा नगर इलाके में बुधवार सुबह एक पांच मंजिला मकान की चार मंजिलें ढह गईं। जब पड़ोसी विस्फोट की आवाज सुनकर दौड़े तो चार मंजिला मकान मलबे में तब्दील हो गए थे। हादसे के वक्त मकान की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर मौजूद फैक्ट्री के 18 कर्मचारी मलबे में दब गए। हंगामे के बीच पड़ोसियों ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। मकान गिरने की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग,कैट्स एंबुलेंस और एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई। प्रशासन ने स्थानीय लोगों की मदद से मलबा हटाना शुरू किया। बाद में एक-एक कर 18 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। इनमें से चार को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
बचाव कार्य के लिए 90 जवानों को तैनात किया गया है…
बचाव कार्य में 50 दमकल विभाग कर्मियों को तैनात किया गया है। मलबे में और लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर द्वारका और गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीमें बुलाई गईं। इस टीम में 40 सदस्य थे। उनके पास लाइव डिटेक्टर और स्निफर डॉग थे।
मृतकों के परिजनों को 10 लाख मुआवजे का ऐलान…
दिल्ली सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख और घायलों को उनकी चोटों की गंभीरता के अनुसार मुआवजे का घोषणा की है ।
मासूम अमन घूमने आया था दिल्ली…
12 साल का अमन कुछ दिन पहले ही अपने फुफेरे भाई उवैद के साथ दिल्ली घूमने आया था। अस्पताल में भर्ती उवैद ने बताया, अमन को घूमने बहुत पसंद था। वह गांव के स्कूल में कक्षा सात का छात्र था। उसके पिता मोहम्मद जामिन की मौत करीब आठ साल पहले हो गई थी। अब घर में मां और बड़ी बहन बचे हैं।