Ghaziabad: डेंगू का इलाज करके मरीजों की जान बचाने वाले डॉक्टर की ही डेंगू ने अपने चपेट में ले लिया। डेंगू के चपेट में आए डॉ. आदित्य सिसोदिया (32) की ठीक होने के 10 दिन बाद मौत हो गई। शिशोदिया का अंतिम संस्कार पैतृक गांव धौलाना में किया गया। डॉ. आदित्य की पत्नी महिला रोग विशेषज्ञ हैं और दिल्ली के निजी अस्पताल में कार्यरत हैं। डॉक्टर आदित्य साहिबाबाद नगरीय स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी थे। इनका एक बेटा भी है।


15 दिन पहले डॉक्टर को हुआ था डेंगू


जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता के मुताबिक 15 दिन पहले डॉ.आदित्य को डेंगू हुआ था। इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गए थे। तीन दिन बाद दोबारा सांस लेने में परेशानी हुई तो उन्हें शुक्रवार को मनिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर शनिवार को को अचानक अधिक तबीयत बिगड़ने लगी तो रात में 10 मैक्स अस्पताल वैशाली में भर्ती कराया गया, जहां रात एक बजे निधन हो गया।

डेंगू से स्वस्थ होने के बाद एक सप्ताह रखें ख्याल


वहीं, डॉ. आरके गुप्ता का कहना है कि डेंगू से स्वस्थ होने के बाद एक सप्ताह तक से लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। सांस लेने में परेशानी, घबराहट, रक्तचाप कम या ज्यादा होने की दिक्कत है तो तत्काल डॉक्टर के पास जाएं।

प्रतिदिन मिल रहे 12 डेंगू के मरीज


गौरतलब है कि गाजियाबाद में डेंगू मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। 13 अक्टूबर को 17 मरीजों की पुष्टि होने के साथ ही मरीजों को आंकड़ा भी 811 हो गया है। इससे पहले 5 अक्टूबर तक जिले में डेंगू के 701 मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले रोजाना 11 से 12 डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।

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