Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ईकोविलेज-1 सोसाइटी में डिलीवरी बॉय ने रेप की कोशिश नहीं बल्कि रेप किया था। इसका खुलासा पीड़िता ने जब बयान दर्ज कराया तब खुलासा हुआ। पीड़िता के वीडियो रिकार्डिंग में दर्ज किए गए बयान में दुष्कर्म की बात सामने आई है जिसके बाद केस में दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई है।

फरार होने के बाद मेरठ और हापड़ के होटल में छुपा था आरोपी

गौरतलब है कि पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस की टीमें पांच शहरों में दबिश दे रही थी। पुलिस व स्वाट टीम ने अच्छेजा गांव निवासी सुमित को रविवार को खैरपुर गांव के पास से गिरफ्तार कर थाने ला रही थी तभी सेक्टर-3 के पास दरोगा भरत सिंह की सरकारी पिस्टल छीनकर भागने लगा। इस पर बिसरख कोतवाली प्रभारी की टीम ने घेराबंदी करने पर आरोपी ने फायरिंग कर दी। वहीं जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली पैर में लगने से आरोपी जमीन पर गिर पड़ा और पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि फरार होने के बाद आरोपी मेरठ और हापुड़ के ओयो होटल में रुका था। इसके अलावा बागपत में अपने जीजा की मदद से एक फार्म हाउस में रुका था।

अवैध शराब बेचने के आरोप में जा चुका है जेल

एडीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने बताया कि डिलीवरी बॉय सुमित इससे पहले अवैध शराब बेचने के मामले में जेल जा चुका है। जबकि आरोपी का भाई मनोज बादलपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके बावजूद भी आरोपी ब्लिंकिट कंपनी से जुड़कर डिलिवरी बॉय का काम कैसे कर रहा था, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

मदद के बहाने घर में घुसकर किया रेप

दर्ज एफआईआर के मुताबिक सेक्टर-20 में रहने वाली पीड़िता की बड़ी बहन का विवाह सोसाइटी में रहने वाले युवक से तय हुई है। मंगेतर के राजस्थान निवासी रिश्तेदार की मृत्यु होने पर परिजन पीड़िता को फ्लैट और डॉगी की देखभाल के लिए छोड़कर गए थे। इसी बीच शुक्रवार तड़के डॉगी ने बच्चे दिए। इस पर युवती ने ऑनलाइन दूध और अंडे आर्डर किए थे। वहीं, जब सुमित ऑर्डर लेकर पहुंचा तो पीड़िता ने डॉगी की देखभाल के लिए मदद मांगी। मदद के दौरान फ्लैट में घुसकर सुमित ने पीड़िता से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने पीड़िता को घायल कर फरार हो गया।

भाई का फर्जी दस्तावेज बनाकर नौकरी हासिल की

पुलिस की जांच में पता चला है कि डिलीवरी बॉय सुमित ने भाई अमित के नाम पर फर्जी पहचान पत्र बना लिया। हालांकि उसमें आरोपी ने अपना फोटो लगाया था। इसी पहचान पत्र से आरोपी ने नौकरी हासिल की। आरोपी के हिस्ट्रीशीटर भाई भी ब्लिंकिट कंपनी में कुछ दिन पहले तक डिलीवरी बॉय की नौकरी कर रहा था। पुलिस ने ब्लिंकिट कंपनी से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। बिसरख कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपी सुमित ने अपनी पहचान छुपाकर और फर्जी पहचान पत्र बनाकर नौकरी हासिल की थी।

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