Greater Noida: एनटीपीसी दादरी से प्रभावित किसानोें का धरना रविवार को बड़ा हो गया। आक्रोशित किसान ने पूर्व एलान के तहत रेल रोकने के निकल पड़े जिससे पुलिस प्रसासन के हाथ पाँव फूल गये।

हजारों किसान एकजुट होकर किया प्रदर्शन


बता दे कि भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में एनटीपीसी दादरी पर किसानों का धरना की दिनों से चल रहा था। वहीं आज बिसाडा के पास एकत्रित हजारों की तादात में किसान हुए। इसके बाद किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में किसान चर्चा थाना क्षेत्र में हल्ला बोलते हुए कोयला रेलगाड़ी रोकने के लिए जा रहे थे। वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पहले ही बेरीकेडिंग लगा दी थी। किसान जब आगे बढ़ने लगे तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश की। इस दौरान किसान और पुलिस में जमकर नोकझोंक हुई। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी व एनटीपीसी के अधिकारी मौजूद थे।

पुलिस प्रशासन किसानों को रोकने के लिए पहले से था तैयार

किसान नेता अतुल यादव ने बताया कि हजारों की तादात में आज किसान दादरी एनटीपीसी की कोयला रेल रोकने के लिए एकत्रित हुए थे । लेकिन पहले से यहां पर रणनीति बनाकर जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। किसानों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया। किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। एनटीपीसी का अधिकारी कोई भी बात करने के लिए नहीं आ रहा।

किसानों की आवाज दबाने की कोशिश

अतुल यादव ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से किसान आज सड़क पर बैठे हुए हैं, वह अपना हक लेकर जाएंगे। आपको बता दे यह धरना प्रदर्शन भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में चल रहा है।

लगभग बीते 10 महीने से धरना प्रदर्शन दादरी एनटीपीसी पर चल रहा है। आज रेल रोकने के लिए किस एकत्रित हुए लेकिन भारी पुलिस बल होने के चलते किसान रेल रोकने में सफल नहीं हुए। बेरीगेडिंग लगाकर किसानों को पहले ही रोक दिया गया। किसान नेता अतुल यादव ने कहा, हम इस तरह से पुलिस की लाठी और जिला प्रशासन के इस करतूत से डरने वाले नहीं है। हम लगातार आगे भी अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

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