ग्रेटर नोएडा को और ज्यादा एडवांस सिटी बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस ने मिलकर एक नया प्लान बनाया है। सर्विलांस और ट्रैक रिकॉर्डिंग सिस्टम ISTMS में नए कैमरे लगवाकर करीब 350 लोकेशन की सुरक्षा और ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी।
350 लोकेशन पर लगेंगे हजारों कैमरे
ACEO ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रेरणा सिंह ने बताया कि सर्विलांस और ट्रैक रिकॉर्डिंग ISTMS में करीब 2739 कैमरे कुल 350 लोकेशन पर लगाए जाएंगे। इन लोकेशन को पुलिस और ग्रेटर नोएडा ऑथारिटी ने मिलकर चुना है। इसके लिए 227 करोड़ के बजट को पास किया गया है।
अगले महीने निकाले जाएंगे टेंडर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस द्वारा सुरक्षा के लिए तय किए गए प्रोजेक्ट के लिए अगले एक से दो महीने में टेंडर निकाले जाएंगे। ACEO ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रेरणा सिंह ने बताया कि आने वाले एक से दो महीने में टेंडर निकाल दिए जाएंगे। जिसके बाद नए साल तक ये इंप्लीमेंटेशन स्टेज में भी आ जाएगा।
ग्रेटर नोएडा में बनाया जाएगा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
इस प्रोजेक्ट से सड़क सुरक्षा से लेकर हाई लेवल सिक्योरिटी तक, तमाम चीजों में प्राधिकरण और पुलिस की मदद होगी। इसके लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी बनाया जाएगा। जोकि टॉवर-2 ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल में बनाया जाएगा। इस सेंटर में 24 घंटे अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही सारी जानकारी भी इसी एक जगह मिल जाएगी।
जाम की समस्या से मिलेगा निजाद
ग्रेटर नोएडा में ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे ज्यादा होती है। ACEO ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रेरणा सिंह ने बताया कि ये प्रकिया काफी हाई लेवल है, जिसमें सभी आधुनिक गैजेंट्स का इस्तेमाल किया जा जाएगा। इससे ट्रैफिक के साथ ही तमाम तरह की दिक्कतों में मदद मिलेगी।
कम होंगे लूटपाट,चोरी और छेड़छाड़ के मामले
इस कदम से ट्रैफिक व्यवस्था के साथ ही शहर में लोगों को लूटपाट,चोरी और छेड़छाड़ के मामलों से भी निजाद मिलेगा। उपयोग में लाए जाने वाले कैमरों से चेहरा पहचानने के बाद पुलिस को अपराधी को तलाश करने में आसानी होगी। वहीं छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक ,सूरजपुर तमाम जगहों को चुना गया है। वहीं, बताया गया है कि मॉनिटर सेंटर से लोग ट्रैफिक समस्या, लूटपाट,चोरी और छेड़छाड़ के साथ ही ओवर स्पीड चलने वालों पर भी शिकंजा कसेंगे। ग्रेटर नोएजा ऑथिरिटी और पुलिस द्वारा मिलकर किए जा रहे इस कदम से निवासियों को सुरक्षा से जुड़ी दिक्कतो से निजाद मिलेगा। माना जा रहा है कि इस कदम से कई पॉजिटिव चेंज भी आएंगे।