शेयर और म्यूचुअल फंड में क्या है अंतर, जानिए किसमें निवेश करना फायदेमंद
- Nownoida editor1
- 21 Oct, 2025
शेयर (Stocks) और म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) दोनों ही लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं। लेकिन इनकी प्रकृति, जोखिम स्तर और प्रबंधन प्रणाली एक-दूसरे से काफी भिन्न होती हैं। समझदारी भरा निवेश निर्णय लेने के लिए यह जानना आवश्यक है कि इन दोनों में क्या अंतर है और कौन-सा विकल्प आपकी निवेश रणनीति के लिए उपयुक्त है।
शेयर (स्टॉक) क्या हैं?
शेयर किसी कंपनी की पूंजी का वह हिस्सा है, जो निवेशकों को उस कंपनी में आंशिक स्वामित्व प्रदान करता है। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उसके लाभ या हानि में हिस्सेदार बन जाते हैं। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार में अपने शेयर जारी करती हैं। इन शेयरों की कीमतें कंपनी के प्रदर्शन, बाजार की स्थिति और निवेशकों की धारणा पर निर्भर करती हैं। शेयरधारक अपने डीमैट खाते के माध्यम से सीधे शेयर खरीद-बेच सकते हैं। शेयरों में निवेश करते समय बाजार का गहरा ज्ञान, धैर्य और जोखिम उठाने की क्षमता आवश्यक होनी चाहिए है। निवेशक को अपने पोर्टफोलियो का प्रबंधन स्वयं करना पड़ता है और ट्रेडिंग लागत भी खुद वहन करनी होती है।
म्यूचुअल फंड क्या हैं?
म्यूचुअल फंड एक सामूहिक निवेश साधन (Collective Investment Vehicle) है, जिसमें कई निवेशकों से पैसा इकट्ठा कर उसे शेयर, बॉन्ड, सोना, एफडी या अन्य प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। म्यूचुअल फंड का संचालन एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है, जो बाजार की स्थिति के अनुसार निवेश निर्णय लेता है ताकि निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सके।
म्यूचुअल फंड के मुख्य लाभ
विविधीकरण (Diversification): जोखिम को कम करने के लिए निवेश कई सेक्टरों और कंपनियों में फैलाया जाता है।
लिक्विडिटी (Liquidity): जरूरत पड़ने पर फंड को आसानी से भुनाया जा सकता है।
सुविधा (Convenience): ऑनलाइन कुछ ही मिनटों में निवेश संभव है।
कर बचत (Tax Benefits): कुछ म्यूचुअल फंड योजनाएं (जैसे ELSS) आयकर में छूट देती हैं।
नियमन (Regulation): म्यूचुअल फंड सेबी (SEBI) के नियंत्रण में होते हैं, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
शेयर और म्यूचुअल फंड में प्रमुख अंतर
क्र.सं. पैरामीटर शेयर (Stocks) म्यूचुअल फंड (Mutual Funds)
1 परिभाषा: किसी कंपनी के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं।-कई निवेशकों से एकत्रित धनराशि को विभिन्न संपत्तियों में निवेश करते हैं।
2 निवेश का तरीका: निवेशक सीधे किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं।-निवेशक फंड मैनेजर द्वारा संचालित फंड की यूनिटें खरीदते हैं।
3 जोखिम स्तर: उच्च जोखिम, क्योंकि प्रदर्शन सीधे बाजार से जुड़ा होता है। -अपेक्षाकृत कम जोखिम, क्योंकि निवेश विविध होता है।
4 प्रबंधन: निवेशक स्वयं निर्णय लेते हैं। -पेशेवर फंड मैनेजर निवेश निर्णय लेते हैं।
5 विविधता (Diversification) सीमित, निवेशक की क्षमता पर निर्भर। फंड के पोर्टफोलियो में स्वचालित विविधीकरण होता है।
6 रिटर्न की संभावना अधिक, लेकिन अस्थिरता भी ज्यादा। स्थिर और दीर्घकालिक रिटर्न की संभावना।
7 बाजार ज्ञान की आवश्यकता अत्यधिक आवश्यक। सीमित, फंड मैनेजर विशेषज्ञता प्रदान करते हैं।
8 लागत और शुल्क ट्रेडिंग शुल्क, ब्रोकरेज आदि देना पड़ता है। व्यय अनुपात (Expense Ratio) फंड द्वारा लिया जाता है।
9 सुविधा डीमैट और ट्रेडिंग खाता जरूरी, प्रक्रिया जटिल। निवेश सरल और ऑनलाइन माध्यम से संभव।
10 कर लाभ शेयर बेचते समय पूंजीगत लाभ कर देय होता है। ELSS जैसे फंड में कर बचत की सुविधा होती है।
11 निवेश अवधि अल्पकालिक या दीर्घकालिक दोनों हो सकते हैं। आम तौर पर दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त।
12 SIP (व्यवस्थित निवेश योजना) उपलब्ध नहीं। म्यूचुअल फंड में SIP के माध्यम से नियमित निवेश संभव।
13 नियमन कंपनी अधिनियम और SEBI के नियमों के तहत। पूरी तरह SEBI द्वारा विनियमित।
शेयर और म्यूचुअल फंड में निवेश कौन करे?
शेयर उन निवेशकों के लिए जो बाजार की समझ रखते हैं, उच्च जोखिम उठाने में सक्षम हैं और प्रत्यक्ष नियंत्रण चाहते हैं। म्यूचुअल फंड उन लोगों के लिए जो सीमित ज्ञान या समय के बावजूद निवेश करना चाहते हैं और पेशेवर प्रबंधन के तहत स्थिर रिटर्न की उम्मीद रखते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. वरीयता शेयर (Preference Shares) क्या हैं?
वरीयता शेयर वे होते हैं जिनके धारकों को सामान्य शेयरधारकों से पहले कंपनी द्वारा घोषित लाभांश प्राप्त करने का अधिकार होता है।
2. शेयरों के प्रकार कौन-कौन से हैं?
गैर-भागीदारी वरीयता शेयर
सहभागी वरीयता शेयर
अप्रतिदेय वरीयता शेयर
परिवर्तनीय वरीयता शेयर
संचयी वरीयता शेयर
गैर-संचयी वरीयता शेयर
गैर-परिवर्तनीय वरीयता शेयर
मोचनीय वरीयता शेयर
3. शेयर और म्यूचुअल फंड में सबसे बड़ा अंतर क्या है?
शेयरों में निवेशक को डीमैट खाता खोलकर सीधे ट्रेडिंग करनी होती है, जबकि म्यूचुअल फंड में निवेशक केवल एनएवी (NAV) के आधार पर यूनिटें खरीदता है। म्यूचुअल फंड का संचालन फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है।
4. म्यूचुअल फंड से क्या तात्पर्य है?
यह निवेशकों से पैसा इकट्ठा करके उसे स्टॉक, बॉन्ड या अन्य वित्तीय साधनों में निवेश करने की प्रक्रिया है, जिसका प्रबंधन विशेषज्ञ फंड मैनेजर करते हैं।
5. शेयर क्या होते हैं?
शेयर किसी कंपनी की पूंजी का वह हिस्सा हैं जो निवेशक को स्वामित्व प्रदान करता है। शेयर बाजार में इनका कारोबार होता है और इन्हें इक्विटी या स्टॉक भी कहा जाता है।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *







