Greater Noida: बिरौंडी की गंदगी पर एसीईओ का एक्शन, सफाई में लापरवाही पर कटा वेतन, ब्लैकलिस्ट की तलवार लटकी!
ग्रेटर नोएडा में सफाई व्यवस्था को लेकर प्राधिकरण ने अब सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है।
- Rishabh Chhabra
- 25 Jun, 2025
ग्रेटर नोएडा में सफाई व्यवस्था को लेकर प्राधिकरण ने अब सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। बुधवार को बिरौंडी गांव में फैली गंदगी के चलते प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने अचानक मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान वहां पर लगे कूड़े के ढेर और लचर सफाई व्यवस्था को देख वे बेहद नाराज हो गईं और तत्काल प्रभाव से एक्शन लेते हुए संबंधित सफाई कंपनी पर ₹2 लाख का जुर्माना ठोक दिया।
एसीईओ ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की दी चेतावनी
निरीक्षण के दौरान एसीईओ ने पाया कि गांव में न तो नियमित रूप से कूड़ा उठाया जा रहा है और न ही साफ-सफाई का कोई ठोस इंतजाम है। एसीईओ ने इस लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए मैसर्स विमलराज नामक सफाई फर्म पर जुर्माना लगा दिया है। यही नहीं, कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी भी दी है, जिससे पूरे प्राधिकरण और ठेका कंपनियों में हड़कंप मच गया है।
अधिकारियों का वेतन कटा, मांगा गया जवाब
इस मामले में सिर्फ कंपनी को ही नहीं, बल्कि लापरवाह अधिकारियों को भी नहीं बख्शा गया। स्वास्थ्य प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और निरीक्षक का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। इसके साथ ही तीनों को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने का निर्देश भी दिया गया है। एसीईओ ने साफ कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अगर स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं हुआ, तो आगे और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता से की साफ-सफाई में सहयोग की अपील
निरीक्षण के बाद एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने ग्रेटर नोएडा के निवासियों से अपील की कि वे खुद भी साफ-सफाई में सहयोग करें। उन्होंने कहा, “कूड़े को डस्टबिन में डालें, सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न फैलाएं। शहर तभी साफ रह सकता है जब हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी को निभाए।”
लगातार चल रही है सफाई को लेकर कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब प्राधिकरण ने सफाई को लेकर सख्त रुख अख्तियार किया हो। तीन दिन पहले ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट में खुले में कूड़ा फेंकने पर एक व्यक्ति पर ₹1 लाख का जुर्माना लगाया गया था। वहीं अलस्टोनिया सोसायटी को भी सड़क पर कचरा फेंकने के लिए ₹48 हजार की सजा भुगतनी पड़ी थी।
नियमों के तहत होती है कार्रवाई
सफाई व्यवस्था पर नजर रखने वाली प्राधिकरण की स्वास्थ्य टीम Solid Waste Management Rules 2016 के तहत कार्रवाई करती है। टीम बल्क वेस्ट जेनरेटर जैसे हाउसिंग सोसायटी, ऑफिस या बड़े प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करती है। जहां कचरे का सही प्रबंधन नहीं होता, वहां तुरंत पेनाल्टी लगाई जाती है।
लापरवाही की अब कोई जगह नहीं
इस पूरी कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब सफाई के मामले में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा। चाहे ठेका देने वाली कंपनी हो या फिर सरकारी अधिकारी – गलती करने पर सीधे कार्रवाई होगी।
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *







