Noida एयरपोर्ट के पास भूखंड का महासंग्राम, हजारों में सिर्फ सैकड़ों को मिली जीत

- Rishabh Chhabra
- 11 Jul, 2025
ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी से एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास अपने घर का सपना देखने वाले हजारों लोगों में से 276 लोगों की किस्मत चमक उठी है।
ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अगर आप नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास घर लेने का सपना देख रहे थे, वो सपना अब सैकड़ों लोगों के लिए सच्चाई बन चुका है। शुक्रवार को यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-18 में 200 वर्गमीटर के 276 आवासीय भूखंडों का ड्रा किया, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया था।
276 लोगों की चमकी किस्मत
योजना को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह था। कुल 54,289 आवेदन मिले थे, यानी एक प्लॉट के लिए लगभग 2000 लोगों के बीच मुकाबला था। इस कड़ी टक्कर के बीच जिन 276 लोगों के नाम निकले, उनके लिए यह किसी लॉटरी लगने से कम नहीं है। एयरपोर्ट के नजदीक अपना घर मिलना आज के समय में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
ड्रॉ की प्रक्रिया रही पारदर्शी
यमुना प्राधिकरण ने इस योजना की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए विशेष इंतज़ाम किए थे। ड्रॉ की प्रक्रिया ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में हुई, और इसका सीधा प्रसारण यमुना अथॉरिटी के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किया गया। कुछ आवेदक मौके पर भी पहुंचे थे, जिनके लिए बैठने और ड्रॉ देखने की पूरी व्यवस्था की गई थी।
कब हुआ आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया 21 अप्रैल से 21 मई 2025 तक चली थी। जिन लोगों ने तय समय पर आवेदन किया था, उन्हीं में से 276 सौभाग्यशाली लोगों को यह भूखंड मिले हैं। सभी भूखंड सेक्टर-18 के पॉकेट-9बी में स्थित हैं, जो कि आने वाले समय में एक प्रीमियम रेजिडेंशियल ज़ोन बनने जा रहा है।
यमुना सिटी क्यों बन रहा है हॉटस्पॉट?
यमुना सिटी और उसका आसपास का इलाका पिछले कुछ वर्षों से लगातार चर्चा में है। इसका मुख्य कारण है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट जोन का बढ़ता महत्व। यहां बेहतर कनेक्टिविटी, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश के अपार अवसर इसे आम लोगों और निवेशकों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहे हैं।
अब ये लोग आगे की प्रक्रिया में ले सकेंगे भाग
अब जब ड्रा की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, तो प्राधिकरण की ओर से सफल आवेदकों को नियमानुसार सूचना भेजी जाएगी। इसके बाद वे भूखंड की कीमत जमा कराकर आगे की प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। कुल मिलाकर, यह योजना उन हजारों लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आई थी, जो एयरपोर्ट के पास अपना घर बसाने का सपना देख रहे थे और अब 276 परिवारों के लिए यह सपना साकार हो चुका है।
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