जेवर एयरपोर्ट पर प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, महिला से ठगे थे 21 लाख, दो सदस्य गिरफ्तार

- Nownoida editor1
- 20 Feb, 2025
Noida: जेवर एयरपोर्ट पर प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने एक महिला को झांसे में लेकर प्लॉट दिलाने के नाम पर 21 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर कराई रजिस्ट्री थी ।महिला को खोजने पर भी प्लॉट नहीं मिला तो यमुना प्राधिकरण में पता करने पर धोखाधड़ी का पता चला था।
पैसा वापस मांगने पर पीड़िता को दी थी धमकी
नोएडा पुलिस कमिश्रेट मीडिया सेल ने बताया कि थाना सेक्टर 63 पुलिस थाना सेक्टर 63 नोएडा पुलिस द्वारा जेवर एयरपोर्ट के पास प्लॉट दिलाने के नाम पर धोखाधढ़ी करने वाले राकेश पुत्र हरि सिंह को जिम्स अस्पताल के पास से और आरोपी इन्दर पुत्र किशन को ग्राम धनौरी से गिरफ्तार किया गया है।
एक महिला ने नोएडा के सेक्टर 63 में 22 जनवरी 2024 तहरीर दी थी कि शैलेन्द्र कुमार चौहान एवं इंदर ने जेवर एयरपोर्ट के पास प्लॉट दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रुपये हड़प लिये। बाद में पैसे वापस मांगने पर पीड़िता के साथ गाली-गलौज एवं जान से मारने की धमकी दी गयी। थाना सेक्टर 63 पुलिस द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुये शैलेन्द्र चौहान को पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका है।
आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर कराई थी रजिस्ट्री
मीडिया सेल ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने महिला से 7 प्रतिशत किसान कोटा का प्लाटे सेक्टर-18 जेवर ऐयरपोर्ट के पास दिलाने की बात की गई थी। इन्दर के नाम से 120 वर्ग मीटर की रजिस्ट्री महिला के नाम करा दी थी और 16,35,000 रुपये अपने फर्म के बैंक अकाउन्ट में ले लिये थे। इसके बाद जालसाजों ने महिला को एक और दूसरा प्लाट दिलाने के नाम पर अपने बैंक अकाउन्ट में 5,00,000 रुपये रजिस्टरी का एडवांस लिया गया था। जब महिला ने प्लाट की रजिस्टरी का दबाव बनाया गया तो आरोपी आनाकानी करने लगे थे। जिस पर महिला को शक हुआ और उसने अपने पुराने प्लाट की रजिस्ट्री के पेपर लेकर यमुना प्राधिकरण के आफिस में लेकर गई। यहां पर जाकर जानकारी की गई तो पता चला कि आरोपियों द्वारा 0.2240 हेक्टेयर के स्थान पर 0.3360 हेक्टेयर पेपरों में करके रजिस्टरी कराई थी। इसके साथ ही नकली आरक्षण पत्र बनवाकर वादिया को दिया था। जबकि अभियुक्त इन्दर नाम के पास प्लाट 78.40 वर्ग मीटर का था और रजिस्टरी 120 वर्ग मीटर की कराई थी। महिला ने अपने पैसे वापस मांगे गये तो अभियुक्तों ने 9,12,000 रूपये का चेक दिया। लेकिन महिला चेक लेकर बैंक गई तो फर्म के खाते में कोई पैसा नहीं मिला।
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