पुष्पोत्सव 2025: दूसरे दिन दर्शकों की उमड़ी भीड़, लोगों को खूब पसंद आ रहा लेजर शो, जानिए इसकी खासियत

- Nownoida editor2
- 01 Mar, 2025
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के सम्राट मिहिर भोज पार्क (सिटी पार्क) में
पुष्पोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ शुक्रवार को हुआ. शनिवार को दूसरे दिन बड़ी संख्या में दर्शक फूलों की
प्रदर्शनी देखने पहुंचे. प्रदर्शनी में विभिन्न प्रजातियों के फूलों के अलावा खूबसूरत पुष्प
डिज़ाइन, लैंडस्केपिंग, बच्चों की फूल-पत्तों से सजी फैशन
प्रदर्शनी, साइंस मॉडल
प्रदर्शनी, संगीत एवं नृत्य
जैसे कार्यक्रमों में स्थानीय निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
हर दिन शाम में लेजर शो
इस आयोजन का मुख्य आकर्षण शाम 7 से 9 बजे तक आयोजित लेजर लाइट एंड साउंड शो
रहा, जिसमें लेजर
लाइट व ध्वनि के माध्यम से गौतम बुद्ध नगर के गौरवशाली इतिहास को दर्शाया गया.
इसमें बताया गया कि यह भूमि प्राचीन काल से ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध रही है.
त्रेता युग में रामायण काल से जुड़ा बिसरख गांव, जिसे रावण के जन्म स्थान के रूप में जाना जाता है.
महाभारत काल से जुड़ा ग्रेटर नोएडा का इतिहास
महाभारत काल में गुरु द्रोणाचार्य का आश्रम, जो दनकौर गांव में स्थित है, जहां कौरव और पांडवों ने अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा प्राप्त
की थी. गौतम बुद्ध नगर की इस ऐतिहासिक धरती पर आधुनिक ग्रेटर नोएडा का विकास हुआ, जो एक योजनाबद्ध नगर के रूप में विकसित
किया गया. 1980 के दशक में भारत सरकार ने दिल्ली की बढ़ती आबादी के समाधान हेतु नए
शहरों के विकास की योजना बनाई. 1990 के दशक में उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर
नोएडा को औद्योगिक और शैक्षणिक हब के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया.
वर्तमान में 760 वर्ग किलोमीटर में फैला यह शहर ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल
डेवलपमेंट अथॉरिटी (GNIDA) के अंतर्गत है, जिसमें 240 गांव शामिल हैं. ग्रेटर नोएडा आज देश के प्रमुख
औद्योगिक और शैक्षिक केंद्रों का हब बन चुका है. गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी और
गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS) जैसे संस्थानों ने युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और
उज्जवल भविष्य के अवसर प्रदान किए हैं.
लेजर शोर में वर्तमान और भविष्य की भी चर्चा
इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (IITGNL) और इंडियन एक्सपो मार्ट इस विकास की
शानदार मिसाल है. तो बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट और शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स
कॉम्प्लेक्स ने इस शहर को खेलों के क्षेत्र में भी नई पहचान दिलाई है. विश्वस्तरीय
सड़कों, मेट्रो
कनेक्टिविटी, जेवर एयरपोर्ट, और नोएडा के साथ उत्कृष्ट संपर्क ने इसे
भारत के अग्रणी शहरों में शामिल कर दिया है.
ग्रीन सिटी पहल के तहत शहरीकरण के साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. सम्राट मिहिर भोज पार्क, ग्रीन बेल्ट और तालाबों का सौंदर्यीकरण सतत विकास का उदाहरण प्रस्तुत करता है. सूरजपुर वेटलैंड, जिसे एक अर्बन वेटलैंड के रूप में विकसित किया गया है, यहां 186 प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें 84 प्रवासी पक्षी शामिल हैं.
ग्रेटर नोएडा आने वाले वर्षों में सतत विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए
प्रतिबद्ध है. वेस्ट टू वंडर पार्क, वेस्ट टू बायो-CNG प्लांट, और आयुर्वेद पार्क जैसे अन्य अनूठे कदम उठाए जाएंगे जो
पर्यावरण के अनुकूल होंगे. कचरे के पुनर्चक्रण से उपयोगी संसाधन बनाए जाएंगे.
ग्रीन सिटी मिशन के तहत निकट भविष्य में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा.
ग्रेटर नोएडा की यह यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती. हमें इसे और हराभरा बनाना होगा, पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देनी
होगी और फूलों की इस दुनिया को और भी सुंदर व समृद्ध बनाना होगा.
मैरीगोल्ड थीन पर पुष्पोत्सव 2025
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर एसीईओ
श्रीलक्ष्मी वीएस के मार्गदर्शन में उद्यानिकी विभाग की टीम और प्राधिकरण के अन्य
अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सतत मेहनत से यह कार्यक्रम संपन्न हो रहा है. एसीईओ
श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि लेजर शो में यह भी दिखाया गया है कि पुष्पोत्सव 2025
में, इस वर्ष गेंदा
फूल (मैरीगोल्ड) थीम फ्लावर है. इसे सूर्य की शक्ति, प्रकाश, और प्रगति का प्रतीक माना जाता है. भारतीय समाज में गेंदा
आशा, प्रेम, सफलता, और पवित्रता का प्रतीक है. पूजा-पाठ, सजावट और उत्सवों में इसकी विशेष भूमिका
रहती है. आइए, हम सब मिलकर इस
धरती को और सुंदर बनाएं, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इन फूलों की भीनी खुशबू में सांस
ले सकें.
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