Mayawati की चुनाव से पहले नई चाल, आकाश का बढ़ाएंगी ऐसे 'आनंद'

- Rishabh Chhabra
- 30 Apr, 2025
बसपा प्रमुख मायावती अपनी मनमर्जी की मालकिन हैं. वो पार्टी को भी इसी तरह से चलाती रही है. पार्टी का हर फैसला खुद बसपा सुप्रीमो ही लेती हैं, फिर चाहें वो किसी को फर्श से अर्श पर पहुंचाने का हो या फिर अर्श से फर्श पर ला पटकने का. सबकुछ मायावती के हाथों में ही. अब उनके भतीजे आकाश आनंद का मामला इसका सटीक उदाहरण है. पहले तो मायावती ने आकाश को पार्टी से बाहर कर दिया और फिर वापस लेकर साफ निर्देश दे दिया कि आकाश के खिलाफ कोई भी फिजूल बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इतना ही नहीं बसपा कैडर को आकाश आनंद की हौसलाफजाई के भी साफ दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.
ससुर के कारण बाहर किए गए थे आकाश
बसपा प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद को उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ के कारण पार्टी से बाहर कर दिया गया था. मगर आंबेडकर जयंती से एक दिन पहले ही आकाश द्वारा ने सार्वजनिक रूप से बसपा प्रमुख मायावती से माफी मांगने के साथ फिर से पार्टी में लेने की अपाल की थी. आकाश की माफी के ढाई घंटे बाद ही मायावती ने उन्हें माफ कर दिया था. इसके साथ ही बसपा में वापसी का ऐलान तो कर दिया लेकिन आकाश को कई पद नहीं सौंपा गया.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर की पोस्ट
आकाश के पार्टी में शामिल होने के दो दिनों में मायावती ने जैसे पोस्ट सोशल मीडिट साइट एक्स पर पोस्ट की. साथ ही पार्टी नेताओं को उनके खिलाफ बयानबाजी करने से मना किया है. इससे साफ है कि मायावती फिर से आकाश अहम रोल में लाना चाहती हैं. ये कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आकाश आनंद को मायावती दोबारा बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती हैं. आकाश की तीसरी बार घर वापसी पर पूरी पार्टी का भविष्य टिका हुआ है.
आकाश फिर से भरेंगे सियासी उड़ान
सूत्रों की मानें तो मायावती इस बार आकाश आनंद को अपने सानिध्य में रखकर राजनीति के दांव-पेंच सिखाने वाली हैं. बचपन से ही मायावती ने आकाश को बसपा में अपने उत्तराधिकारी के तौर पर गढ़ा है. ऐसे में किसी दूसरे नेता पर भरोसा करके तो उन्होंने देख लिया है और अब अपनी ही नजरों के सामने रखेंगी.
पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया आकाश का हौसला बढ़ाने का निर्देश
मायावती ने अपने भतीजे को लेकर कहा है कि आकाश आनंद के मामले में खासकर बहुजन समाज के कुछ स्वार्थी और बिकाऊ लोग, जिन्होंने पार्टी के वोटों को बांटने और कमजोर करने के लिए अपनी अनेक पार्टी व संगठन आदि बना रखी हैं. इस बात का मीडिया में आए दिन काफी गलत प्रचार किया जाता हैं. ऐसे अवसरवादी व स्वार्थी तत्वों से पार्टी के लोग सतर्कता बनाए रखें और अब आकाश का हौसला भी बढ़ाएं. ताकि वह पार्टी के कार्यां में पूरे जी-जान से जुट सकें. इसी प्रकार पार्टी में अन्य जो भी लोग वापस लिए गए हैं उन्हें भी पूरा आदर-सम्मान दें, जो कि पार्टी हित में है. इस तरह से मायावती ने आकाश आनंद को बसपा में अहम रोल देने के संदेश दे दिए हैं.
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