बीते दिन गुरुवार को टीम इंडिया के इस्तकबाल की तस्वीरों से सोशल मीडिया भरा हुआ था। जीत के बाद टीम बारबाडोस के तूफान में फंस गई थी, लेकिन जब गुरुवार को लौटी, तो फैंस ने सेलिब्रेशन की परिभाषा लिख दी। पीएम मोदी से मुलाकात की तस्वीरें बाहर आ गईं थी, लेकिन प्लेयर्स और पीएम के बीच क्या बातचीत हुई, ये अब सामने आया है। जिसमें रोहित शर्मा के बारबाडोस पिच की मिट्टी चखने के पीछे क्या कारण था, वो भी पता चल गया है।

कप्तान रोहित शर्मा ने क्यों चखी मिट्टी?

टी-20 विश्वकप 2024 में जीत के बाद पूरे देश ने देखा कि कप्तान रोहित ने पिच की मिट्टी को जुबान से लगाया। ऐसा उन्होंने क्यो किया, इसका जवान उन्होंने पीएम मोदी को दिया। रोहित शर्मा ने पीएम मोदी को बताया कि” उस पिच ने हमें ट्रॉफी दिलाई। मैं उसका स्वाद लेना चाहता था।”

कप्तान रोहित ने बताया क्यों मैसी स्टाइल मे उठाई थी ट्रॉफी

फिर पीएम मोदी ने जब रोहित शर्मा से ट्रॉफी उठाने को लेकर सवाल पूछा, तो रोहित ने कहा टीम में लड़कों ने कहा कि आप ट्रॉफी ऐसे ही साधारण तरीके से न उठाए। तो पीएम मोदी ने कहा क्या ये युजवेंद्र चहल का आइडिया था, तो कप्तान रोहित ने कहा कि ये कुलदीप और चहल का प्लान था। जिसके बाद उन्होंने सीखाए हुए अंदाज में टी-20 विश्वकप की ट्रॉफी उठाई थी।

विराट ने किया खुलासा, हम खो चुके थे उम्मीद

विराट कोहली ने स्लॉग ओवरों के अपने अनुभव को बयां करते हुए पीएम मोदी से कहा कि हम भी एक समय मैच में उम्मीद खो चुके थे। जब पीएम मोदी ने कोहली से उतार-चढ़ाव के सफर के सवाल किए, तो विराट कोहली ने कहा फाइनल का दिन हमेशा ही उनके ज़हन में रहेगा। वजह यह है कि इस पूरे टूर्नामेंट में वह योगदान नहीं दे सका, जो मैं करना चाहता था। एक समय मैंने राहुल भाई से भी बोला कि मैं खुद और टीम के साथ न्याय नहीं कर सका। इस पर राहुल भाई ने बोला कि जब हालात आएंगे, तो आप परफॉर्म करोगे। विराट ने कहा कि फाइनल से पहले मैनें रोहित से कहा जैसा टूर्नामेंट अभी तक गया है, मेरे भीतर उतना कॉन्फिडेंस नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वैसी बैटिंग हो सकेगी, जैसी मैं करना चाहता हूं।

पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कहा कि आखिर में हम जिस हालात में मैच जीते, हमने एक-एक गेंद को जिया है। मैच पलटा और हमारे भीतर क्या चल रहा था, हम यह बयां नहीं कर सकते। एक-एक गेंद के हिसाब से मैच बदल रहा था। एक समय पर उम्मीद छूट चुकी थी। उसके बाद हार्दिक ने विकेट लिया और एक-एक गेंद से हमारे भीतर ऊर्जा बनी। मुझे खुशी इस बात की है कि इस बड़े दिन मैं एक मुश्किल समय के बाद मैं टीम के लिए योगदान कर सका। जैसा मैंने कहा कि जैसे हम जीते, उस दिन को मैं कभी भी नहीं भुला पाऊंगा।

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