Greater  Noida: योगी सरकार लगातार गोवंशों के संरक्षण को लेकर प्रयास कर रही है। गोवंशों को संरक्षित करने के लिए सरकार कई योजनाएं भी चला रही हैं। इसके साथ ही हर जिले में गोवंशों की सही देखभाल हो, इसके लिए गोशालाओं का निर्माण कराया है। इसके लिए बजट भी अलाट हो रहा है। लेकिन गोशालाओं में भी गोवंश सुरक्षित नहीं है। ऐसा ही मामला ग्रेटर नोएडा में सामने आया है। यहां बनी अस्थाई गोशाला में इलाज और अभाव के अभाव में लगातार गोवंशों की मौत हो रही है।

कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे
ग्रेटर नोएडा के गिरजापुर खंदेडा गांव के पास बनी गौशाला में 15 गोवंशों की मौत हो गई। यहीं नहीं मृत गोवंशों को बाहर पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया गया। जिसे कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे थे। इसकी जानकारी गोरक्षा के दल के सदस्य गोशाला पहुंचकर जमकर हंगामा किया। वहीं, सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस के सामने ही गोरक्षा दल के सदस्यों ने विरोध जताते हुए लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की मांग की।

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पुलिस के सामने ही जताया विरोध, कड़ी कार्रवाई की मांग
मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। गोरक्षा दल के सदस्यों का कहना है कि गोशाला में लापरवाही बरती जा रही है। यहां गायों को समय से चारा और इलाज नहीं मिलने से लगातार मौत हो रही है। गौ रक्षकों का आरोप लापरवाही के चलते 10 से 15 गायों की मौत हो गई है, जिन्हें जंगल में फेंका दिया गया है। गौशाला में गोवंश की देखभाल नहीं होने के कारण गोवंशों की मौत हो रह है। गोरक्षकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है और लापरवाही करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही एसडीएम को शिकायत पत्र लिखकर कार्रवाई करने और गोशाला में चारा और चिकित्सक उपलब्ध करवाने की मांग की है।

एक दिन पहले भी वायरल हुआ था वीडियो
बता दें कि एक दिन पहले भीरबूपुरा कोतवाली क्षेत्र में एक मृत गोवंश को फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। ग्रामीणों ने गोवंशों की देख रेख में लापरवाही का आरोप लगाया है। वीडियो गांव फलैदा स्थित गौशाला का बताया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि गोशाला में देखरेख और चारे के अभाव में गोंवशों की लगातार मौत हो रही है। गोंवशों की मौत होने के बाद खुले में ही फेंक दिया जाता है। बताया जाता है गौशाला की दर्जनों बीघा जमीन है तथा काफी अनुदान भी आता है। लेकिन देखरेख के आभाव में गौवंशों की स्थिति दयनीय है। 

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