Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में चलती कार में लगने का एक और मामला सामने आया है। नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के परिचौक के पास चलती बोलोरो अचानक भीषण आग लग गई। आग लगते ही ड्राइवर चलती बोलेरो से कूदकर अपनी जान बचाई। वहीं, बीच सड़क पर बोलेरो को धूं-धूं कर जलता देख हड़कंप मच गया। राहगीरों ने आग लगने की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी।
आग लगने का कारण नहीं स्पष्ट
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जलती बोलेरो के आसपास जान से रोका और रास्ते को डायवर्ट किया। वहीं, कुछ देर में ही दकमल की गाड़ी पहुंच गई। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। तब जाकर आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली। गनीमत रही कि आग लगने की घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। अभी तक आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पया है।
ठंड के मौसम में गाड़ियों में आग क्यों लगती है?
बता दें कि ठंड के मौसम में गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं असामान्य होती हैं। लेकिन ऐसा कुछ विशेष कारणों से हो सकता है। ठंड के मौसम में गाड़ियों की बैटरी पर अधिक दबाव पड़ता है, क्योंकि इंजन स्टार्ट करने के लिए ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है। अगर बैटरी के कनेक्शन ढीले हों या सर्किट में खराबी हो तो शॉर्ट सर्किट का खतरा होता है, जिससे आग लग सकती है। इसके अलावा ईंधन पाइप्स ठंड के कारण सख्त या दरार वाले हो सकते हैं, जिससे ईंधन का रिसाव हो सकता है। अगर ये रिसाव किसी गर्म सतह (जैसे इंजन) या चिंगारी के संपर्क में आता है, तो आग लग सकती है। ठंड में इंजन ज्यादा समय तक चलने में कठिनाई महसूस करता है। खराब कूलिंग सिस्टम के कारण इंजन ओवरहीट हो सकता है, जो आग का कारण बन सकता है।
इलेक्ट्रिकल वायरिंग की खराबी
ठंड के मौसम में तारों का इन्सुलेशन सख्त या टूट सकता है। इससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है, जो आग का कारण बन सकता है। अगर गाड़ी में एक्सेसरीज़ (हीटर्स, सीट वार्मर्स आदि) सही तरीके से फिट न हों, तो यह अतिरिक्त खतरा पैदा कर सकता है। ठंड के मौसम में लोग हीटिंग सिस्टम (जैसे ब्लोअर या डिफ्रॉस्टर) का अधिक इस्तेमाल करते हैं। अगर सिस्टम खराब हो या सही तरीके से इंस्टॉल न हो, तो यह आग का कारण बन सकता है।
आग से बचने के उपाय
गाड़ी की नियमित सर्विस कराएं। बैटरी और वायरिंग सिस्टम की जांच करवाएं। फ्यूल पाइप्स और कनेक्शन्स में लीक की समस्या की जांच करें। गाड़ी में आग बुझाने वाले उपकरण (फायर एक्सटिंग्विशर) रखें। गाड़ी के अंदर कोई ज्वलनशील सामग्री (जैसे पेट्रोल या गैस के डिब्बे) न रखें। अगर गाड़ी में कोई अजीब गंध या धुआं दिखे, तो तुरंत उसे रोककर जांच कराएं।