अब अयोध्या के भव्य श्री रामलला मंदिर के दर्शन करना भक्तों के लिए और भी आसान होने वाला है. भक्तों के लिए प्रभु श्री राम के दर्शन सरल बनाने को अभी कई और तरीके के काम होने हैं. अब भक्तों के दर्शन कर लेने के बाद मंदिर से सुग्रीव किले तक एग्जिट मार्ग को अस्थाई के बाद स्थाई तौर पर तैयार किया जाएगा. नए सिरे से एग्जिट मार्ग के सौंदर्यीकरण को लेकर फैसला ले लिया गया है. मंदिर के एग्जिट मार्ग पर कैनोपी लगाने का निर्णय लिया गया है.

बैठक में कैनोपी के डिजाइन पर हुई चर्चा
दरअसल राम मंदिर निर्माण समिति की 3 दिनों की बैठक में यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के बारे में महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इन फैसलों के बारे में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्थाई एग्जिट मार्ग को अब स्थाई एग्जिट मार्ग बनाया जाएगा. साथ ही एग्जिट मार्ग पर कैनोपी बनाकर उसका सौंदर्यीकरण किया जाना है. वहीं बैठक में कैनोपी के डिजाइन को लेकर भी चर्चा हुई. जिसमें डिजाइन पर अंतिम निर्णय हो गया है.

राम मंदिर के 161 फिट ऊंचे शिखर का काम भी चालू
वहीं 3 दिनों की इस बैठक में इस बात पर भी फैसला लिया गया है कि राम लला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग डेढ़ किलोमीटर नंगे पैर चलना पड़ता था. अब इस दूरी को कम किया जाएगा. राम मंदिर के पास बनाए जाने वाले शू रैक का डिजाइन भी फाइनल हो गया है. जानकारी के मुताबिक अगले 6 महीने में काम पूरा हो जाएगा. जिससे राम लला के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को और आसानी से दर्शन मिल सकेंगे . इसके अलावा राम मंदिर के 161 फिट ऊंचे शिखर का काम भी शुरू हो गया है.

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