हाथरस भगदड़ में हुई 121 लोगें की मौत के बाद पुलिस ने भोले बाबा और सत्संग के आयोजकों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अलग-अलग जिलों में मौजूद बाबा के आश्रमों पर भी छापेमारी कर रही है। बुधवार की शाम को पुलिस को सूचना मिली कि मैनपुरी के बिछवां कस्बा स्थित आश्रम में भोले बाबा का डेरा जमा हुआ है। आनन-फानन में पुलिस फोर्स भी आश्रम को घेर लिया। बुधवार की आधी रात एएसपी अचानक आश्रम के अंदर पहुंचे, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा।
बुधवार रात 12 बजे अपर पुलिस अधीक्षक राहुल मिठास एसओजी टीम लेकर आश्रम पहुंच गए।कुछ देर अंदर रहने के बाद वे निकल आए। अंदर क्या हुआ इस पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वे यहां आधी रात क्यों आए, इस सवाल को उन्होंने सुरक्षा प्रबंधन की निगरानी करने आने की बात कहकर टाल दिया। बताया जा रहा है कि आधी रात के बाद बाबा को हिरासत में लिया जा सकता है। अपर पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी ने इस बात को और बल दिया है। फिलहाल तो पुलिस बाबा को उसके आश्रम में ही घेरे हुए है।
21 बीघे में बना है महलनुमा आश्रम
आश्रम पूरे 21 बीघा जमीन पर बना है। इस आश्रम में अक्सर भोलेबाबा का प्रवास रहता है। आश्रम की देखरेख की जिम्मेदारी थाना क्षेत्र के ग्राम गोशलपुर निवासी विनोद कुमार उर्फ आनंद बाबू के हाथों में है। यहां हर रोज औसतन 30 से 40 सेवादार रहते हैं। आलीशन बंगले की तरह इस आश्रम को बनाया गया है। आश्रम में भोजन, ठहरने की पूरी व्यवस्था है। छह आलीशन कमरे भी बने हुए हैं। लगभग 5 करोड़ की जमीन से जुड़े इस आश्रम की लागत 10 करोड़ से अधिक की बताई गई है।
साकार हरि बाबा के आश्रम पर लगातार पहुंच रहे अनुयायी
मैनपुरी जिले के बिछवां स्थित आश्रम पर गुरुवार को भक्त उनके आश्रम के सामन पहुंच गए। यहां हंगामा करने लगे। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है। इस पर भी मानने को तैयार नहीं थे। वहीं गुरुवार दोपहर बाद भी अनुयायी आश्रम पर पहुंचते रहे। हालांकि उन्हें आश्रम में प्रवेश नहीं दिया गया। लेकिन वह आश्रम के गेट पर माथा टेकते रहे। कुछ देर वहां रुके, फिर वहां से चले गए।
भगदड़ मचने के बाद काफिला ले फरार हुआ था हाथरस वाला भोलेबाबा
अपने भक्तों के बीच भोलेबाबा नाम से मशहूर हाथरस में सत्संग करने वाले स्वयंभू बाबा सूरजपाल के वकील ने बुधवार को दावा किया था कि भगदड़ मचने से पहले ही बाबा भोले सत्संग स्थल छोड़कर जा चुके थे। लेकिन 47 सेकंड के एक वीडियो क्लिप ने बाबा के झूठ पर से पर्दा हटा दिया है। वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि बाबा अपने सुरक्षा बलों के भारी भरकम काफिले के साथ तेजी से फरार हो रहा है। बाबा सफेद रंग की कार में बैठा हैऔर उसके आगे पीछे बाइक पर सवार ब्लैक कमांडो उसे एस्कॉर्ट कर रहे हैं। बाबा के सत्संग स्थल छोड़ने की जो टाइम सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, वह प्रत्यक्ष दर्शियों द्वारा घटना के बारे में बताए गए समय से मेल खाती है। इससे पहले सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोलेबाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि बाबा के अनुयायी कभी भी उनके पैर नहीं छूते हैं। इसलिए उनके पैर छूने की वजह से भगदड़ नहीं मच सकती है।