Greater Noida: हाल ही में लांच की यमुना प्राधिकरण की आवासीय प्लॉट योजना में घोटाला करने का आरोप लगा है। पूर्वी दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के पूर्व महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने प्लॉट योजना में दो सौ करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। श्यामसुंदर अग्रवाल प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई में शिकायत कर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने की मांग की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व प्राधिकरण चेयरमैन को शिकायत कर कार्रवाई की मांग है।

पांच जुलाई को लॉंच हुई थी स्कीम

बता दें कि यीडा ने 5 जुलाई को 361 आवासीय प्लॉटों की योजना निकाली थी। योजना में आवेदन के लिए अंतिम समय सीमा पांच अगस्त और ड्रॉ 20 सितंबर को प्रस्तावित किया गया था।  लेकिन प्राधिकरण ने बाद में ड्रॉ की तारीख 10 अक्टूबर तय कर दी है।

ICICI Bank को पहुंचाया लाभ

श्याम सुंदर अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि आईसीआईसीआई बैंक को लाभ पहुंचाने के लिए आवेदन की समय सीमा बढ़ाया गया है। प्राधिकरण ने योजना के लिए केवल आईसीआईसीआई बैंक को ही अधिकृत किया है। इस बैंक ने 120 वर्गमीटर प्लॉट के रजिस्ट्रेशन राशि तीन लाख लोन के लिए आवेदकों से 11000 हजार वसूले। आवेदन और ड्रॉ की समय सीमा को बढ़ाने से सीधा फायदा बैंक को हुआ है। इसससे आवेदकों से ब्याज के तौर पर अधिक राशि बैंक को मिलेगी। श्याम सुंदर अग्रवाल का कहना है कि योजना में शामिल अन्य प्लॉटों को शामिल किया जाए तो बैंक को सीधे तौर पर 200 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया है। 361 प्लॉटों के सापेक्ष एक लाख से अधिक आवेदन मिल चुके थे तो आवेदन और ड्रॉ की समय सीमा बढ़ाने का कोई मतलब नहीं था। आवेदकों की रजिस्ट्रेशन राशि के लिए उन्हें करीब 40 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।

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