Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार को हुए हादसे में कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपी कैंटर ड्राइवर को सोमवार को आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि एक बस ने ओवरटेक किया था। ड्राइवर ने गलत तरीके से ओवरटेक किया, जिससे नियंत्रण से बाहर हो गया।

हादसे में डॉ. विशाखा त्रिपाठी की हुई थी मौत
ड्राइवर ने बताया कि हादसे के बाद लोग उसे पीट न दें, इसलिए वह भीड़ में ही शामिल हो गया था। वह कुछ दूर पैदल चला और फिर एक ट्रक में लिफ्ट लेकर आगरा पहुंच गया। वहां टीवी पर न्यूज में देखा कि हादसे में जिसकी मौत हुई है, वह कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी हैं। बता दें कि रविवार सुबह कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी, श्यामा त्रिपाठी और कृष्णा त्रिपाठी और 5 अन्य लोग 2 कारों में वृंदावन से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए आते समय  दनकौर कोतवाली एरिया में यमुना एक्सप्रेसवे पर कैंटर ने टक्कर मार दिया था। जिसमें डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई थी और 7 लोग घायल हुए थे।

चुपके से भीड़ में हो गया था शामिल
पुलिस ने कैंटर ड्राइवर हरेंद्र यादव उर्फ सोनू निवासी फिरोजाबाद को सोमवार रात गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह घटना के वक्त गाड़ी में वह सिर्फ अकेला था। जब वह फिरोजाबाद से कंपनी की बोतलें गाड़ी में भरकर यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते नोएडा की तरफ जा रहा था। इसी दौरान दनकौर में कैंटर को एक बस ने ओवरटेक किया, जिसके चलते उसका संतुलन बिगड़ गया। इसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे खड़ी 2 कारों से टकराकर कैंटर पलट गया। ड्राइवर ने बताया कि जिस वक्त राहगीर घायलों को बाहर निकाल रहे थे, उसी दौरान वह चुपके से बाहर खड़ा हो गया। लोग ड्राइवर को तलाश कर रहे थे, लेकिन उसने नहीं बताया कि वही है। क्योंकि यदि वह लोगों को बता देता कि वह ड्राइवर है तो लोग उसकी जान भी ले सकते थे।

ट्रक में लिफ्ट लेकर पहुंच गया था आगरा
इसके बाद वह नोएडा से आगरा की तरफ जा रहे एक ट्रक में बैठकर वहां से निकल गया था। आगरा पहुंचकर टीवी पर न्यूज में अपने ही कैंटर की तस्वीर देखी तो पता चला कि हादसे में कृपालु जी महाराज की बेटी की मौत हुई है।

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