ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों में आए दिन लिफ्ट फंसने के मामले सामने आ रहे हैं. इन मामलों पर ना तो प्रशासन और ना ही बिल्डिंग मैनेजमेंच ध्यान दे रहा है. जिसका नतीजा ये है कि कभी बच्चे, कभी बुजुर्ग तो कभी महिलाएं इस मुसीबत से दो- चार होते नजर आते हैं. ऐसा ही एक मामला ग्रेनो वेस्ट की ला रेजिडेंसिया सोसाइटी के टावर-5 की लिफ्ट एक ही दिन में दो बार रुक गई. पहली बार लिफ्ट सुबह करीब 8 बजे फंसी तो वहीं दूसरी बार शाम के समय लिफ्ट फिर से फंस गई. वहीं बार-बार लिफ्ट फंसने से सोसाइटी वासियों में दहशत का माहौल है.
एक ही दिन में दो बार फंसी लिफ्ट
दरअसल वेद प्रकाश, सोसाइटी के टावर-5 की 18वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट में परिवार के साथ रहते हैं. उनकी 19 वर्षीय बेटी सुष्मिता नर्सरी टीचर ट्रेनिंग का कोर्स कर रही है. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे वो कॉलेज के लिए निकली थी. लिफ्ट से नीचे जाने लगी. जब लिफ्ट 9वीं और 8वीं मंजिल के बीच में पहुंची तो झटके के साथ अचानक रूक गई छात्रा ने कुछ देर इंतजार किया. उसके बाद लिफ्ट का दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला. अलार्म का बटन दबाया तो उस पर भी मदद नहीं मिली. तब छात्रा ने अपने पिता को फोन कर लिफ्ट में फंसने की सूचना दी. पिता वेद प्रकाश ने बताया कि लिफ्ट में बिजली थी, लेकिन तकनीकी कारण से लिफ्ट रुकी थी. कैमरा लगा हुआ था, लेकिन कोई उस पर निगरानी नहीं रख रहा था. सुरक्षाकर्मी को लिफ्ट खोलनी नहीं आती है. लिफ्ट ऑपरेटर वहां मौजूद नहीं था. लिफ्ट ऑपरेटर को बुलाया गया. उसके बाद उसने लिफ्ट को खोला. इस सब में काफी समय लग गया. करीब 35 मिनट बाद उसकी बेटी को लिफ्ट से बाहर निकाला गया. वही शाम होते-होते फिर से T14- की लिफ्ट उतरते समय 5 वें फ्लोर पर लिफ्ट रुक गई जिसमें एक बुजुर्ग महिला समेत पांच लोग फंस गए. लगभग आधा घंटे से ऊपर लोग लिफ्ट में फंसे रहे लिफ्ट में लोगों के फंसने से उनके अंदर घबराहट पैदा हो गई. लिफ्ट में मौजूद युवक ने कॉल कर अपने साथियों से मदद मदद की गुहार लगाई. जिसके आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह सभी को बाहर निकाला गया. लिफ्ट फंसने की घटना से पूरी सोसाइटी के लोगों में दहशत का माहौल है.
आए दिन लिफ्ट फंसने से निवासियों में रोष
घटना के बाद से सोसाइटी के निवासियों में काफी रोष है. उनका कहना है कि लिफ्ट का वार्षिक रखरखाव अनुबंध नहीं है. ऑपरेटर का कहना है कि चार माह पहले मेंटेनेंस हुआ था. बिल्डर ने भुगतान नहीं किया है. इस कारण रखरखाव नहीं किया जा रहा हैं. वहीं सोसाइटी के निवासियों का आरोप है कि बिल्डर मेंटेनेंस शुल्क लेने के बाद भी सुविधाएं नहीं दे रहा हैं. आए दिन लिफ्ट में फंसने की घटनाएं हो रही है.