Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर क्षेत्र के राजपुर कला गांव में खुदाई के दौरान चांदी जैसी धातु के सिक्के मिले हैं। इन सिक्कों को लेकर गांव में सभी हैरान रह गए और बताया जा रहा है कि सिक्कों के लिए गांव के लोगों में लूट मच गई। पुरातत्व विभाग भी इस मामले में एक्टिव है। सिक्कों के वीडियो और फोटो सामने आएं हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि तीन तरह के सिक्कें बरामद हुए हैं।
ग्रेटर नोएडा में मिले चांदी के सिक्के!
ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर क्षेत्र के राजपुर कला गांव में खजाना मिलने की खबर संज्ञान में आई है। यहां के ग्रामीणों ने बताया कि बीती रविवार रात को ग्राम प्रधान केली उर्फ कैलाश के खेत में जेसीबी से खुदाई हो रही थी। यहां पर एक ग्रामीण निर्माणाधीन मकान को भरने के लिए अपने खेत से मिट्टी उठवा रहा था। इसलिए मिट्टी को ट्रॉली में भरकर लाया जा रहा था। सुबह ग्रामीणों को रास्ते में मिट्टी के साथ कुछ सिक्के बिखरे मिले। इसके बाद जमीन पर सिक्के मिलने की खबर से गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जोकि सिक्के लूटने और खजाना देखने आए थे।
तीन तरह के सिक्के हुए बरामद
लोगों का कहना है कि ग्रामीणों को वहां भारी मात्रा में सिक्के और सफेद धातु के आभूषण भी मिले हैं। उनका मानना है कि धातु की संरचना मुगल और ब्रिटिश शासन काल की है। इसके बाद और सिक्कों के लालच में दूसरे दिन भी ग्रामीण खेत में घूमते देखे गए। अब बुधवार को सिक्कों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सिक्कों को काफी जूम करके इनकी डिजाइन को दिखाया गया है। इसमें तीन से चार तरह के कई सिक्कें दिख रहे हैं। हालांकि, अभी धातु और कितने किलों खजाना बरामद हुआ है, इस संदर्भ में जानकारी सामने नहीं आई है।
लोगों को याद आया जगह का इतिहास
सिक्के मिलने के बाद से गांव और आस-पास के क्षेत्रों में लोग इस जगह के इतिहास के बारे में बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर का इतिहास काफी पैराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि बिसरख का संबंध त्रेता युग के रावण से है। मान्यता है कि रावण का जन्म इसी बिसरख क्षेत्र में हुआ था और दनकौर कस्बे का इतिहास महाभारत काल से भी जुड़ा बताया जाता है। सुबूत के तौर पर लोग गुरु द्रोणाचार्य की प्रतिमा द्रोण मंदिर को उदाहरण देते हैं।