गौतमबुद्ध नगर में जिला कलेक्ट्रेट में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहा किसान महापड़ाव सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। इस आन्दोलन को रोजाना किसान संगठनों का साथ मिल रहा है। वहीं सोमवार को जिलाधिकारी के साथ किसानों की वार्ता हुई। जिसमें हाइपावर कमेटी द्वारा सरकार को भेजी गईं सिफारिशें किसानों को सार्वजनिक किए जाने और तीनों प्राधिकरणों के अलावा डीएमआईसी, अंसल बिल्डर और बुलंदशहर प्राधिकरण, हाइ टैक बिल्डर, शिव नाडार यूनिवर्सिटी और यू.पी.सी.डा.एवं एनटीपीसी, एन. एच. ए.आई. और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे, डीएफसीसी, सेतु निगम आदि परियोजनाओं से प्रभावित किसानों की एक माह में वार्ता कराए जाने पर भी लिखित सहमति बनी है।

किसान संगठनों का आंदोलन को मिल रहा साथ
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने बताया कि धरना स्थल पर भा.कि.यू. महात्मा टिकैत के जिलाध्यक्ष एडवोकेट श्यामवीर नागर, हरियाणा किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी.के. शर्मा और राष्ट्रीय किसान समन्वय समूह (RKSS) के राष्ट्रीय संयोजक दशरथ कुमार कोटा राजस्थान और भाकियू कृषक शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमन ठाकुर एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने सैकड़ों किसानों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर किसान महापड़ाव को समर्थन दिया था। इसी क्रम में पंजाब से अन्ना हजारे टीम और जय जवान जय किसान मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्य करनवीर उर्फ शैंटी अपनी टीम के साथ समर्थन देने महापड़ाव में शामिल हुए थे।

मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉक्टर रूपेश वर्मा ने बताया कि किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरेन प्रधान के नेतृत्व भी बड़ी संख्या किसान एकता संघ के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर किसान महापड़ाव को अपना समर्थन दिया। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण और एन.टी.पी.सी. सहित विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसानों को न्याय दिलाए बगैर यह आन्दोलन वापस नहीं लिया जाएगा। इस मौके पर ऐछर किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेश भाटी ने चेतावनी दी कि किसानों की मांगें पूरी होने तक आन्दोलन जारी रहेगा। किसानों का कहना है कि कल हाइपावर कमेटी की रिपोर्ट और सभी विभागों के साथ वार्ता कराए जाने की बात लिखित रूप में मिल जाने के बाद सभी संगठनों को बुलाकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। वहीं धरनास्थल पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version