उत्तर प्रदेश के मेरठ से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर 3 साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या में नया खुलासा हुआ है। खून से लथपथ मिली बच्ची की लाश को जब पिता ने देखा, तो बेसुध होकर गले से लगा लिया। इस दृश्य को जिसने भी देखा, उसकी आंखों में आंसू आ गए। बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची के शरीर पर मिले घावों को पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने धारदार हथियार के नहीं बताए हैं।

कपड़े के हुए चीथड़े, बच्ची के शरीर को नोंचा

बच्ची के शरीर पर कई जख्म मिले, जिसमें कान के नीचे, एड़ी-हाथ, सीने और प्राइवेट पार्ट पर गहरे घाव थे। सिर की खाल भी गायब थी, जांघ भी नोंची थी। प्राइवेट पार्ट भी खून से लथपथ था। कपड़े के चीथड़े हुए थे। भावनपुर थाने के दतावली में मामा की बारात में आई बच्ची भाविका सोमवार रात करीब 12 बजे गायब हुई थी, घर से करीब 250 मीटर की दूरी पर जंगल शुरू हो जाता है। तीन घंटे बाद करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जंगल में चढ़ाई वाले रास्ते के पास बच्ची की डेड बॉडी मिली।

गाजियाबाद से मेरठ ननिहाल आई थी मासूम

गाजियाबाद के साहनी चुंगी के रहने वाले अनिल अपने परिवार के साथ साले चमन की शादी में मेरठ के लोहियानगर के फतेउल्लापुर में आए थे। साले चमन की बारात सोमवार को भावनपुर थाने के दतावली में शिवकुमार के घर पहुंची थी। बारात में अनिल के साथ उसकी 3 साल की बेटी भाविका भी आई थी।

मां ने लगाई इंसाफ की गुहार

जब मासूम का शरीर मिला, तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। पिता ने जैसे देखा, वो बेसुध हो गए। बच्ची की लाज बचाने के लिए उसने अपनी शर्ट उतारी और उसे लपेट लिया। 3 साल की मासूम बच्ची की इतनी निर्मम हत्या और पिता के लिपटा कर रोने का यह दृश्य देखकर वहां मौजूद गांव वाले भी रो पड़े। बच्ची की मां चीख-चीखकर हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग कर रही है

तीन लोग पुलिस हिरासत में

मृतक बच्ची के घरवालों ने तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। तहरीर में शिवप्रकाश, अरुण और आसिफ का नाम है। शिवप्रकाश जिस मामा की शादी में बच्ची आई थी उसका सगा साढू है। है। यानी शिवप्रकाश दुल्हन का सगा जीजा है। आसिफ और अरुण दोनों शिवप्रकाश के दोस्त हैं। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया है। घरवालों ने गढ़ रोड जाम कर दिया। पोस्टमॉर्टम हाउस और थाने पर हंगामा किया। आरोपियों को जल्द दिलाने की आवाज उठाई।

पुलिस क्राइम सीन दोहरा रही

पुलिस बच्ची के गायब होने से लेकर शव मिलने की जगह तक का क्राइम सीन दोहरा रही है। SSP डॉ. विपिन ताडा के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने घावों को जानवर के हमले जैसे निशान बताए हैं। धारदार हथियार से वार के निशान नहीं हैं। बच्ची के सिर की खाल जिस तरह गायब थी, वह भी नोंचे जाने के हैं। पुलिस ने परिवार वालों से पूछताछ की ओर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।

इस मामले को लेकर जब एसपी देहात कमलेश बहादुर से बाग की गई, तो उन्होंने बताया कि तंत्र मंत्र जैसा कोई मामला अभी तक प्रकाश में नही आया है। पहली बार देखने पर ये किसी जानवर के नोचने जैसी घटना लग रही है। परिजनों की तहरीर के आधार पर 3 लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही स्थिती स्पष्ट हो पाएगी।

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