ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना क्षेत्र से बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां पर पुलिस ने नारकोटिक्स टीम के साथ मिलकर अवैध गांजे की खेती करने वाले अभियुक्त को  गिरफ्तार किया है। अंग्रेजी में ग्रेजुएट अभियुक्त ने करीब 60 लाख का सेटअप करके फ्लैट में गांजे की खेती का इंतजाम किया और फिर डार्क वेब के जरिए ग्राहक बनाए। इस चौंकाने वाले मामले की पूरी कहानी क्या है, चलिए आपको बताते हैं…

फ्लैट में हो रही थी गांजे की खेती!

ग्रेटर नोएडा बीटा-2 पुलिस, नारकोटिक्स सेल और इकोटेक-1 पुलिस की टीम ने मिलकर मंगलवार को पार्श्वनाथ सोसाइटी में एक फ्लैट से प्रीमियम गांजे (ओजी) की खेती करने वाले आरोपी राहुल को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की इनडोर फार्मिंग अपराध की एक नई प्रवृत्ति है, जिसमें अपराधी रिहायशी इलाकों में फ्लैटों का इस्तेमाल कर अवैध मादक पदार्थों की खेती कर रहे हैं।

खेती के लिए किया 60 लाख का सेटअप!

अभियुक्त राहुल चौधरी पुत्र स्वर्गीय समर सिंह चौधरी मेरठ का रहने वाला है और मौजूदा समय में पार्श्वनाथ पनोरमा निकट पी-3 गोल चक्कर स्थित फ्लैट 1001 टावर नंबर 5 में रहता है। जहां से गाजे के गमलों में लगे कैनाबिस के पौधे, 2.070 ग्राम अवैध गांजा, 163.4 ग्राम औजी और विभिन्न रसायन व खेती करने में प्रयुक्त खाद बीज व उपकरण बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त ने खेती के जरुरी टेंपरेचर के लिए एसी और तमाम सेटअप कर रखा था। जिसकी कीमत करीब 50 से 60 लाख होगी।

डार्क वेब के जरिए करता था व्यवसाय

पुलिस ने बताया कि अभियुक्त अंग्रेजी में ग्रेजुएट है। साथ ही इंटरनेट का अच्छा जानकार है। अभियुक्त ने इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधो की खेती करनी सीखी। विदेशी वैबसाइट सीड्समैन के माध्यम से आनलाइन आर्डर कर कैनाबिस के बीज़ को आयात किया गया और पेपल एप्प के माध्यम से पैसों का लेन देन हुआ।

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जिसके बाद अपने फ्लैट में एयर कंडीनर की मदद से एक निश्वित तापमान 24 से 28 डिग्री सैल्सियस पर फूल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमलों में प्रत्यारोपित कर कैनाबिस की फसल तैयार की। बीज/खादा रसायन/ कीटनाशक /बिजली आदि की कुल लागत लगाकर एक पौधे पर करीब 5 से 7 हजार रूपये का खर्च आता है। जिससे करीब 30 से 40 ग्राम ओजी प्राप्त हो जाता है। जिसकी बाजारू कीमत 60 से 80 हजार रूपये के लगभग होती है अभियुक्त डार्क वैध के माध्यम से अपने ग्राहकों तक इसकी सप्लाई करता था। इस प्रकार अभियुक्त अपने फ्लैट में कैनाबिस की खेती कर मुनाफा कमाकर अवैध धन अर्जित कर रहा है।

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