प्रचंड गर्मी में लोकसभा चुनाव होने के बाद जो जोश PM मोदी का दिखा उसने सबको चारों खाने चित कर दिया, यहां तक की राहुल-अखिलेश से लेकर प्रियंका गांधी भी PM मोदी की रैलियों के बराबर नहीं पहुंच सकी. PM मोदी ने खुद का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 206 रैलियां की. बता दें सात चरणों वाले लंबे-चौड़े चुनावी कार्यक्रम के दौरान सभी पार्टियों के दिग्गजों ने खूब जोर लगाया. करीब 75 दिनों तक चले चुनावी शोर में PM मोदी ने तकरीबन 200 से ज्यादा जगहों पर जनसंपर्क अभियान चलाकर रिकॉर्ड तोड़ा.

साल 2019 में की थी इतनी रैलियां
दरअसल साल 2019 के लोकसभा चुनाव में PM मोदी ने 145 रैलियां की थीं और इस साल केवल उनकी रैलियों की ही संख्या 172 है. इनमें रोड शोज और अन्य प्रचार अभियानों को जोड़ दें तो ये आंकड़ा 206 तक पहुंच जाता है. वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी बीजेपी को लगातार तीसरी बार सत्ता तक पहुंचाने में जबरदस्त मेहनत की. शाह ने 188 रैलियां व जनसभाएं कीं. चुनाव प्रचार के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आगे रहे. योगी की डिमांड यूपी की हर सीट के साथ ही देश के तमाम अन्य राज्यों में भी रही उन्होंने 65 दिन में केवल यूपी में ही 159 रैलियां और रोड शो किए.

लालू के ‘लाल’ ने छोड़ा सबको पीछे
विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भले ही 100 से ज्यादा रैलियां की हो, लेकिन PM मोदी से लेकर अमित शाह और CM योगी से भी आगे राजद नेता तेजस्वी यादव रहें. जिन्होंने बीमार होते हुए भी, प्रचंड गर्मी में 250 से ज्यादा रैलियां की जिसके आस-पास कोई भी नेता नहीं पहुंच सका है. बता दें राहुल गांधी ने इस लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान 107 जनसभाओं और अन्य चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. जबकि प्रियंका गांधी 108 रैली और रोड शो किए, साथ ही 6 इंटरव्यू भी दिए. इसके साथ ही 80 साल की उम्र में कांग्रेस प्रेसिडेंट खरगे ने भी 100 से ज़्यादा रैलियां, 20 से ज़्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस और 50 से ज़्यादा इंटरव्यू दिए.अखिलेश यादव ने 69 रैलियां और 4 रोड शो किए, जबकि ममता बनर्जी ने 61 रैलियां और कई रोड शो और पदयात्राएं की हैं. वैसे रैली के मामले में पूरे देश में नंबर 1 बने RJD नेता तेजस्वी यादव जिन्होंने 250 रैली की.

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