लखनऊ: संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या मुख्तार गैंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पहले मुन्ना बजरंगी की हत्या हो चुकी है। बुधवार को जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को गिरोह के लिए तगड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। इसी तर्ज पर मुन्ना बजरंगी की भी बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मुजफ्फरनगर का रहने वाला था जीवा
जीवा मुजफ्फरनगर जिले का निवासी था। उसने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय और उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मंत्री ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या की थी। दावा है कि मुख्तार गिरोह के लिए टेंडर और वसूली को हथियाने का काम जीवा ही देखता था। अभी पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल तक मुख्तार के गिरोह का जीवा अहम सदस्य माना जाता था। दावा किया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद गिरोह पहले से दशहत में था।
इन सदस्यों की भी हो चुकी है हत्या
मुन्ना बजरंगी के साले और मुख्तार गिरोह के सदस्य पुष्पजीत सिंह की भी हत्या हो चुकी है। उसकी हत्या 2016 में विकासनगर में गोली मारकर की गई थी। इसी घटना में उसका दोस्त संजय मिश्रा भी मारा गया था। सूत्रों का दावा है कि जब पुष्पजीत सिंह की तेरहवीं थी तो विकासनगर वाले उसके घर पर मुन्ना बजरंगी से मिलने के लिए कई शूटर्स आए हुए थे। पुष्पजीत सिंह के बाद गिरोह की कमान संभाल रहे मो. तारिक की हत्या कर दी गई थी।