बलिया में सीएम योगी के एक्शन के बाद जहां अधिकारी सतर्क हो गए हैं. जहां नोएडा में डीएम मनीष वर्मा और डीसीपी राम बदन सिंह ने सतर्कता बरतते हुए एआरटीओ ऑफिस और रजिस्ट्री विभाग में औचक निरीक्षण किया. तो वहीं ग्रेटर नोएडा में रिश्वतखोर कर्मचारी अब रिश्वत लेने के लिए नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं. रिश्वतखोर कर्मचारी पकड़े ना जाएं इसके लिए काफी सतर्कता बरत रहे हैं.
किसानों ने डीएम से की कार्रवाई की मांग
दरअसल ग्रेटर नोएडा में लेखपाल, ACP कोर्ट के मुंशी के बाद नायब तहसीलदार द्वारा रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. नायब तहसीलदार पर किसानों ने दाखिल खारिज करने के एवज में 1 लाख रुपये मांगे जाने का आरोप लगाया है. यहां तक कि इस रिश्वतखोरी के दौरान नायब तहसीलदार पकड़ा ना जाए इसके लिए उसने एक युवक को नियुक्त कर रखा है. जो कि नायब तहसीलदार की ओर से रिश्वत लेता है. वहीं नायब तहसीलदार की इस हरकत से गुस्साए किसानों ने डीएम से कार्रवाई की मांग की.